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सतीश उपाध्याय ने बीकानेर हाउस में दो दिवसीय “दिल्ली साहित्य महोत्सव” में भाग लिया

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नई दिल्ली :  सतीश उपाध्याय, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के उपाध्यक्ष, ने बीकानेर हाउस, नई दिल्ली में दो दिवसीय दिल्ली साहित्य महोत्सव (मानसून संस्करण) में भाग लिया।

उन्होंने जानकारी दी कि इस दो दिवसीय दिल्ली साहित्य महोत्सव में देश भर के प्रमुख और बेस्ट-सेलिंग लेखक, पत्रकार, कवि और कलाकार भाग लिया l

महोत्सव में भाग लेते हुए, श्री उपाध्याय ने कहा “साहित्य किसी भी समाज की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, और भावनात्मक धरोहर को दर्शाता है। यह समाज की जटिलताओं को समझने, सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करने, और व्यक्ति के अनुभवों को साझा करने का एक महत्वपूर्ण साधन है। यह विविधता, विचारधारा, और विभिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमियों के साथ संवाद स्थापित करता है, जो समाज को बेहतर बनाने में सहायक होता है।”

उन्होंने कहा कि आज का साहित्य महोत्सव महत्वपूर्ण है क्योंकि “साहित्यिक महोत्सव साहित्य को जीवंत बनाए रखने और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में अहम भूमिका निभाते हैं।” साहित्यिक महोत्सव विभिन्न विचारधाराओं और शैलियों को प्रदर्शित करते हैं और समाज के व्यवहार और साहित्य की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करते हैं।

उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में, जब सब कुछ ऑनलाइन हो गया है, पुस्तक पढ़ना भावनाओं की अभिव्यक्ति का सबसे सशक्त माध्यम बना हुआ है, जो आज भी बहुत आवश्यक है। साहित्य समाज की जीवंतता का प्रमाण है और यह दिखाता है कि हम कितने समृद्ध और संवेदनशील हैं। ये महोत्सव साहित्य पढ़ने की संस्कृति को पुनर्जीवित करने का कार्य करते हैं और विभिन्न समुदायों के बीच पुल का काम करते हैं, जो समाज में एकता और समरसता लाने का प्रयास करते हैं।

इस कार्यक्रम के दौरान, श्री उपाध्याय ने अपनी स्वयं लिखी पुस्तक “ज़िंदगी चलते चलते” से कुछ पंक्तियाँ पढ़ीं। श्री उपाध्याय सभी पुस्तक, साहित्य प्रेमियों को कार्यक्रम में भाग लेने के सलाह दी l श्री उपाध्याय ने इतने शानदार आयोजन के लिए आयोजक को बधाई दी, जो समय की मांग है।

आज के कार्यक्रम मे लेखकों और कवियों के अलावा, कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस साहित्य महोत्सव में बढ़ चढ़ कर भाग लिया।

 

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