कृषि तकनीकी की जानकारी एवं कृषि उत्पादन से सम्बन्धित योजनाओं को किसानों तक पहुँचाने के लिए मास्टर्स ट्रेनर्स का प्रशिक्षण कार्यक्रम
लखनऊ : कृषकों को कृषि उत्पादन एवं आय में वृद्धि के लिए कृषि तकनीकी की जानकारी एवं कृषि उत्पादन से सम्बन्धित योजनाओं को किसानों तक पहुँचाने के लिए खरीफ मौसम की ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठियों / किसान पाठशाला का आयोजन के सम्बन्ध में मास्टर्स ट्रेनर्स का प्रशिक्षण कार्यक्रम वीडियों कान्फेसिंग के माध्यम से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में वीडियों कान्फेसिंग के माध्यम से अपर मुख्य सचिव कृषि द्वारा किसान पाठशाला के क्रियान्यन हेतु कृषि निदेशक, उ.प्र., अपर कृषि निदेशक प्रसार, संयुक्त कृषि निदेशक ब्यूरो उ.प्र. एवं समस्त जनपदीय उप कृषि निदेशक को सम्बोधित करते हुए निर्देशित किया गया है कि क्षेत्र विशेष के आधार पर प्रमुख 2 या 3 फसलों का चयन कर उनकी उत्पादकता में वृद्धि हेतु कृषको को नवीन तकनीकी, पैकेज आफ प्रेक्टिसेस की जानकारी दी जाये इसमें उस क्षेत्र विशेष में अधिकतम उत्पादकता प्राप्त करने वाले कृषकों के माध्यम से भी किसान पाठशाला में जानकारी प्रदान की जाये, किसान पाठशाला में यह सुनिश्चित किया जाये कि फसल विशेष के अलावा प्राकृतिक खेती, फसल अवशेष प्रबन्धन, आपदा प्रबन्धन, औद्यानिकी पशु पोषण एवं पशु प्रबन्धन, कृषि उत्पादन संगठन इत्यादि विषय का भी समावेश किया जाये।
विडियों कान्फेसिंग के माध्यम से किसान पाठशाला हेतु जनपद के प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण हेतु जनपदीय मास्टर ट्रेनर को विश्वविद्यालय / उच्चाधिकारियों कृषि विशेषज्ञों के द्वारा प्रशिक्षित किया गया। इसके पश्चात् 10 से 15 मई की अवधि में मास्टर ट्रेनरों के द्वारा जनपदीय कार्मिको को प्रशिक्षित किया जायेगा एवं पुनः 16 मई को विडियों कान्प्रेसिंग के प्रशिक्षित कार्मिको को मूल्यांकन किया जायेगा।
खरीफ किसान पाठशाला 4 चरणों में आयोजित की जायेगी
> प्रथम चरण
> द्वितीय चरण
> तृतीय चरण
> चतुर्थ चरण
17-25 मई 2024
22-30 मई 2024
15 जनपद
27 मई से 04 जून 2024
12 जनपद
03-11 जून 2024
37 जनपदi
11 जनपद
किसान पाठशाला में स्थानीय जलवायु परिस्थितियों के अनुसार खाद्यान्न, श्री अन्न, दलहन, तिलहन, पशुपालन एवं औद्यानिकी फसलों की कम लागत में अधिकतम उत्पादकता प्राप्त करने के तरीके के बारे में कृषकों को बताया जायेगा। जिससे कृषक समृद्धि के साथ-साथ राज्य की अर्थव्यवस्था में वृद्वि हो सके।