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सीरी फोर्ट ऑडिटोरियम में कल होगा “Green Gold: The Neem Pharmacy” का भव्य विमोचन

भारत-वियतनाम साझेदारी के साथ नीम चिकित्सा और सांस्कृतिक धरोहर को समर्पित ऐतिहासिक समारोह

नई दिल्ली : नई दिल्ली के प्रतिष्ठित सीरी फोर्ट ऑडिटोरियम में कल यानी 23 जुलाई 2025 को एक ऐतिहासिक आयोजन होने जा रहा है। भारत के प्रमुख स्वास्थ्य नवोन्मेषक डॉ. बिस्वरूप रॉय चौधरी (Dr. BRC) द्वारा लिखित बहुचर्चित पुस्तक “Green Gold: The Neem Pharmacy” का औपचारिक विमोचन किया जाएगा। यह आयोजन भारत और वियतनाम के बीच स्वास्थ्य, सांस्कृतिक और वैकल्पिक चिकित्सा सहयोग का एक जीवंत उदाहरण बनकर सामने आएगा।

नीम की शक्ति को वैश्विक मंच पर लाने की पहल

इस समारोह की खास बात होगी — नीम पर आधारित चिकित्सा प्रणाली को समर्पित इस पुस्तक का विमोचन, जिसमें डॉ. बीआरसी नीम को “दुनिया की सबसे सुरक्षित, सबसे तेज़ और सबसे प्रमाणित चिकित्सा” बताते हैं। वे इसे केवल एक पेड़ नहीं, बल्कि एक “हरित औषधालय” (Green Pharmacy) के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं।

1000 ‘नीम थेरेपी प्रैक्टिशनर्स’ का दीक्षांत समारोह

इसी अवसर पर, 1000 छात्रों को “Certified Neem Therapy Practitioner” के रूप में डिग्रियां दी जाएंगी — जो भारत में वैकल्पिक चिकित्सा की शिक्षा में एक नई उपलब्धि है।

भारत-वियतनाम मैत्री का मंच

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री श्री भागीरथ चौधरी मौजूद रहेंगे। वियतनाम से भी कई प्रतिष्ठित प्रतिनिधि इस आयोजन में भाग लेंगे, जिनमें शामिल हैं:

प्रो. चू बाओ क्वे – अध्यक्ष, वियतनाम फेडरेशन ऑफ यूनेस्को एसोसिएशंस की नीति एवं विकास सलाहकार परिषद

त्रुआंग क्वांग हाय – निदेशक, संस्कृति, खेल और पर्यटन विभाग, बक निन्ह प्रांत

डॉ. गुयेन होआंग आह (जूलिया) – उपाध्यक्ष, वियतनाम रिकॉर्ड्स ऑर्गनाइजेशन, और महासचिव, वर्ल्डकिंग्स

‘हेरिटेज हीरोज अवार्ड’ से सम्मान

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की प्रबंध संपादक नीरजा रॉय चौधरी भी इस समारोह में उपस्थित रहेंगी और हेरिटेज हीरोज अवार्ड से त्रुआंग क्वांग हाय को सम्मानित करेंगी — उनके सांस्कृतिक संरक्षण और समुदाय सेवा के उल्लेखनीय कार्यों के लिए।

“Green Gold: The Neem Pharmacy” — सिर्फ एक पुस्तक नहीं, एक चिकित्सा आंदोलन

यह पुस्तक न केवल नीम पर आधारित चिकित्सा का वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि परंपरागत ज्ञान और आधुनिक विज्ञान मिलकर कैसे मानव स्वास्थ्य को नई दिशा दे सकते हैं। यह आयोजन वैश्विक स्तर पर नीम चिकित्सा की प्रासंगिकता को दर्शाने के साथ-साथ एक नवीन चिकित्सा क्रांति का शंखनाद है।

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