खरगे का भाजपा-आरएसएस पर निशाना, बोले-जिन्होंने आजादी के आंदोलन में भाग नहीं लिया, वो कांग्रेस को नसीहत देते हैं
कांग्रेस अध्यक्ष ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर कांग्रेस मुख्यालय में ध्वजारोहण किया
नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस पर कांग्रेस मुख्यालय में ध्वजारोहण किया। इस दौरान कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, कोषाध्यक्ष अजय माकन समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि स्वाधीनता आंदोलन में अनगिनत भारतीयों ने शहादत और कुर्बानी दी थी। महात्मा गांधी जी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी, सरदार वल्लभ भाई पटेल जी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, मौलाना आजाद जी, राजेंद्र प्रसाद जी, सरोजनी नायडू जी और बाबा साहेब अंबेडकर जी जैसे अनगिनत राष्ट्र नायकों ने नए भारत के निर्माण में ऐतिहासिक भूमिका निभाई।
खरगे ने कहा कि गर्व से लहराता हमारा तिरंगा अनगिनत योद्धाओं व देशप्रेमियों के बलिदानों की याद दिलाता है, जो हंसते-हंसते फांसी के फंदे से लटक गए या फिर अंग्रेज सैनिकों की गोलियों के शिकार बने। कुछ लोग आज यह प्रचार करते हैं कि आजादी आसानी से मिल गई थी, पर हकीकत यह है कि लाखों लोग अपना घर-बार छोड़कर भटकते रहे; संपन्न घरों के लोगों ने भी आजादी के लिए जिंदगी का बड़ा हिस्सा जेलों में काटा।
भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि क्रांतिवीरों के योगदान को याद करने और उनके विजन पर चलने की जगह आज के हुक्मरान विभाजनकारी सोच को बढ़ावा दे रहे हैं। वे केवल नफरत फैलाने की मंशा से विभाजन विभीषिका दिवस मनाते हैं। जिन्होंने आजादी के आंदोलन में भाग नहीं लिया, वो कांग्रेस को नसीहत देते हैं। यह ऐतिहासिक सच है कि उनकी नफरत भरी राजनीति ने देश को दो टुकड़ों में बांट दिया। यह विभाजन उन्हीं के कारण हुआ। अपने स्वार्थ के लिए जानबूझकर अंग्रेजों की षड्यंत्रकारी सोच फूट डालो और राज करो को आगे बढ़ाने का काम संघ परिवार ने किस तरह किया है, इसके प्रमाणों की कमी नहीं है।
खरगे ने आगे कहा कि 2022 से मोदी सरकार हर घर तिरंगा अभियान चला रही है। हमें खुशी है कि छह दशक के बाद इनको प्रायश्चित करने की सूझी, अपनी गलती का एहसास हुआ। इसके पहले तिरंगे को अपने दफ्तरों पर फहराने तक से परहेज था और आज वो हर घर तिरंगा का पाठ पढ़ा रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि हमारे देश के लोग पिछले करीब 100 वर्षों से हर दिल तिरंगा और हर हाथ तिरंगा मना रहे हैं। यह देश कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से कोहिमा तक अगर एक है तो 140 करोड़ लोगों की एकता से, जज्बे की वजह से है। उस जज्बे और तिरंगे की शान को पूरी दुनिया में राहुल जी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लोगों ने देखा है।