परीक्षित की तरह मोक्ष पाना है तो श्रीमद भागवत कथा अवश्य सुने
लखनऊ। यज्ञसेनी वैश्य हलवाई सभा की ओर से नौ दिवसीय श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ का आयोजन वाटर वर्क्स ऐशबाग स्थित श्री राम जानकी मंदिर में किया जा रहा है। मोक्ष की कामना प्रत्येक मनुष्य करता है, लेकिन सभी को सही राह नहीं मिलती है। भागवत महापुराण कथा एक ऐसा मार्ग है जो प्रत्येक को मोक्ष की ओर ले जाती है। राजा परीक्षित को मिले श्राप से हुई मृत्यु के बाद भी कथा सुनने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। इसलिए कलयुग में मोक्ष की कामना करते है तो श्रीमद् भागवत महापुराण कथा से श्रेष्ठ मार्ग कोई नहीं है। यह बातें सोमवार को श्री राम जानकी मंदिर में चल रहे श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ में मलखानपुर रसूलाबाद कानपुर देहात से पधारे कथावाचक पं. ओम प्रकाश द्विवेदी ने श्रद्धालुओं से कहीं।
मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ का समापन सोमवार को हुआ। कथावाचक पं. ओम प्रकाश द्विवेदी ने कलयुग वर्णन में राजा परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि राजा परीक्षित को सात दिनों में सर्प के डसने से मृत्यु होने का श्राप मिला और उन्होंने इन सात दिनों में ही श्रीमद् भागवत कथा श्रवण कर मोक्ष को प्राप्त कर भगवान के बैकुंठ धाम को चले गए। इस कलयुग में भी मनुष्य श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कर अपना कल्याण भी कर सकते हैं। इस कलयुग मे भी मनुष्य भगवान के नाम स्मरण मात्र से भगवत् शरणागति की प्राप्त कर अपने जीवन को धन्य बना सकते हैं.
श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ के अंतिम चरण में अन्तिम शुकदेव उपदेश आत्मज्ञान देना, जरासध की कथा बताते हुए संसार से विरक्त होना प्रभु में अनुरक्त होना बताया। यज्ञसेनी वैश्य हलवाई सभा की महिला मंडली ने हे मुरलीधर छलिया मोहन हम तुमको भी दिल दे बैठे… एक दिन हुइयेरे गमनुआं मनुआ झले सीताराम… एवं सुन्दर-सुन्दर भजनों पर नन्ने-मुन्ने बच्चों ने डाड़िया रासलीला कर भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भागवत महापुराण की आरती भक्तों ने भक्तिभाव से ओत-प्रोत होकर की। भागवत महापुराण कथा का समापन हवन-पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ। मंत्रोच्चारण के साथ श्रद्धालुओं ने हवन-पूर्णाहुति की।
श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ के समापन अवसर विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया था जिसमें हजारों की संख्या में भक्तों को विशाल भंडारे का प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर ओम प्रकाश गुप्ता, नीरज कुमार गुप्ता, हरी श्याम गुप्ता, अशोक कुमार गुप्ता, अमित गुप्ता, सोहनलाल गुप्ता, राकेश गुप्ता, लक्ष्मी गुप्ता, कंचन गुप्ता, वर्षा गुप्ता, शालिनी गुप्ता, मिताली गुप्ता, यशी गुप्ता एवं यज्ञसेनी वैश्य हलवाई सभा के गणमान्य लोग उपस्थित थे।