सदन में झूठ बोलने से गन्ना किसानों को भुगतान होने वाला नहीं है : मनजीत सिंह
लखनऊ । राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह ने गन्ना मंत्री को नसीहत देते हुए कहा कि सदन में झूठ बोलने से गन्ना किसानों को भुगतान होने वाला नहीं है। बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान हेतु धरातल पर कुछ करने की आवश्यकता है। यदि गन्ना मंत्री को गन्ने की खेती उसकी पेराई और गन्ना भुगतान से सम्बन्धित ज्ञान नहीं है तो किसानों के हितैषी पूर्व केन्द्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह को पढे और उनके बारे में जाने और उनकी नीतियों पर चलने लगे गन्ना किसानों का भला होना स्वतः शुरू हो जायेगा।
श्री सिंह ने कहा कि गन्ना मंत्री यह भूल गये है कि गन्ने की स्थिति को श्रद्धेय चौधरी अजित सिंह के द्वारा सही किया गया था। चौधरी साहब ने 1989 में केन्द्र सरकार में उद्योग मंत्री बनने के बाद उत्तर प्रदेश में 45 चीनी मिलों को लाइसेंस जारी किये थे जो आज पूरे उत्तर प्रदेश में जाल बिछा दिख रहा है चीनी मिलों का जाल चौधरी अजित सिंह की देन है। गन्ना मंत्री तथा मुख्यमंत्री बताएं 6 साल हो गये है आपने अभी तक कितनी चीनी मिले लगाई हैं। चौधरी साहब ने हमेशा किसान मजदूर कामगार आदि की आवाज को उठाकर उन्हें उनका हक दिलाने का काम किया। बिजनौर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उन्होंने चीनी उद्योग को बहुत बढ़ावा दिया। यही कारण है कि जनपद बिजनौर में 80 प्रतिशत क्षेत्रफल में गन्ने की खेती हो रही है।
राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मनजीत सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल द्वारा बार बार ज्ञापन व धरना प्रदर्शन के बावजूद भी चीनी मिलों द्वारा किसानों का गत वर्ष का बकाया गन्ना भुगतान अभी तक जारी नहीं किया गया है और न ही प्रदेश सरकार द्वारा इस दिशा में कोई सार्थक कदम उठाया गया है। यदि सरकार ने शीघ्र ही गन्ने का भुगतान जारी नहीं किया तो राष्ट्रीय लोकदल आन्दोलन की रूपरेखा तय करेगा।