उत्तर-प्रदेशनई दिल्लीबड़ी खबरलखनऊ

एनडीएमसी स्कूलों में शानदार परीक्षा परिणाम – 29 स्कूलों ने हासिल किया 100% परिणाम : कुलजीत सिंह चहल

'कक्षा 12 के 7 स्कूलों और कक्षा 10 के 22 स्कूलों ने रचा इतिहास'

नई दिल्ली : नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) के उपाध्यक्ष  कुलजीत सिंह चहल ने अटल आदर्श और नवयुग स्कूलों के छात्रों के बोर्ड परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन पर बधाई दी।

उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि इस वर्ष कक्षा 12 के 7 स्कूलों और कक्षा 10 के 22 स्कूलों ने सौ प्रतिशत परिणाम प्राप्त किया है। यह उपलब्धि छात्रों, शिक्षकों और शिक्षा विभाग की कड़ी मेहनत का प्रमाण है।

चहल ने  प्रधानमंत्री द्वारा ‘परीक्षा पर चर्चा’ कार्यक्रम में छात्रों की सक्रिय भागीदारी की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के समय-समय पर प्रेरक संवाद और मार्गदर्शन ने छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाया और उनके प्रदर्शन में सुधार लाने में अहम भूमिका निभाई। ऐसे कार्यक्रम न केवल छात्रों को तनावमुक्त रहने में सहायक होते हैं बल्कि परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए भी प्रेरित करते हैं।

चहल ने इस सफलता का श्रेय शिक्षा विभाग के समर्पित प्रयासों को दिया, जिसमें जनवरी से मार्च 2025 तक तीन महीने की गहन पुनरावृत्ति कक्षाएं, विशेष अभिभावक-शिक्षक बैठकें और लक्षित परामर्श सत्र शामिल थे। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, एनडीएमसी स्कूलों का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 98.46% रहा।

कक्षा 10 में, 22 अटल आदर्श स्कूलों का संयुक्त उत्तीर्ण प्रतिशत 99% रहा, जहां 952 में से 946 छात्रों ने परीक्षा पास की। इसी तरह, 8 नवयुग स्कूलों में 493 में से 490 छात्र सफल हुए और उनका उत्तीर्ण प्रतिशत भी 99% रहा। पिछले वर्ष एनडीएमसी दसवीं का परीक्षा परिणाम 98.54 प्रतिशत था जो कि इस वर्ष बढ़कर 99.38 हो गया है दसवीं कक्षा के परिणाम में .84 प्रतिशत की बढोत्तरी है।

कक्षा 12 के परिणाम भी उत्कृष्ट रहे। 13 अटल आदर्श स्कूलों में 1,071 छात्र परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से 1,051 छात्रों ने सफलता प्राप्त की, जिससे कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 98% रहा। वहीं, 7 नवयुग स्कूलों में 686 में से 679 छात्रों ने परीक्षा पास की और उनका उत्तीर्ण प्रतिशत 99% रहा।

अपनी खुशी व्यक्त करते हुए चहल ने कहा कि मैं सभी छात्रों को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए बधाई देता हूं और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं। यह सफलता शिक्षा विभाग, शिक्षकों और अभिभावकों के समर्पण और कठिन परिश्रम का परिणाम है।

 

Related Articles

Back to top button