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पांच दिवसीय तीसरा उर्मिल रंग महोत्सव’ 16 जुलाई से

लखनऊ, कौशांबी, बांदा, प्रयागराज और कानपुर की प्रस्तुतिया होंगी शामिल

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लखनऊ । अभिनेता डा.अनिल रस्तोगी और विजय वास्तव को उर्मिल रंग सम्मान से अलंकृंत करने के साथ ही डा.उर्मिलकुमार थपलियाल फाउण्डेशन द्वारा कल से संग गाडगेजी महाराज प्रेक्षागृह गोमतीनगर में तीसरा उर्मिल रंग महोत्सव प्रारम्भ हो जायेगा। डा.उर्मिलकुमार थपलियाल की स्मृति में कल पहले दिन 16 जुलाई को डा.थपलियाल रचित नौटंकी ‘हरिश्चन्नर की लड़ाई’ के 1984 में हुये प्रथम प्रदर्शन के सभी अदाकारों का सम्मान इस प्रस्तुति के रितुन थपलियाल के निर्देशन में होने वाले प्रदर्शन के साथ होगा। 20 जुलाई तक चलने वाले इस रंग उत्सव में रंगप्रेमियों को प्रदेश की लोकनाट्य विधा नौटंकी के पांच अलग-अलग रंग देखने को मिलेंगे।


महोत्सव के दूसरे दिन 17 जुलाई को द्वारिका लोकनाट्य कला उत्थान समिंत कौशांबी के कलाकार संतोषकुमार के निर्देशन में नौटंकी ‘केवट के राम’ का मंचन करेंगे। इसी क्रम में बांदा का बुंदेलखण्ड लोक कला संस्थान विजय बहादुर श्रीवास्तव के निर्देशन में सुप्रसिद्ध नौटंकी रचना ‘राजा भर्तृहरि’ को 18 जुलाई को मंच पर उतारेगी। रंग उत्सव की चौथी शाम 19 जुलाई को प्रयागराज के विनोद रस्तोगी स्मृति संस्थान रंगमण्डल की ओर से विनोद रस्तोगी लिखित और अजय मुखर्जी निर्देशित नौटंकी ‘बंटवारे की आग’ का मंचन होगा। अंतिम संध्या 20 जुलाई को रसरंग फाउण्डेशन कानपुर की ओर से नीरज कुशवाहा के निर्देशन में नौटंकी ‘मातादीन’ का मंचन किया जायेगा।

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