रेलवे सुरक्षा बल ने बेगमपुरा एक्सप्रेस से 26 नाबालिग बालकों को मुक्त कराया
बालश्रम के लिए ले जाया जा रहा था पंजाब

लखनऊ : वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, लखनऊ मंडल, देवांश शुक्ला के नेतृव में मानव तस्करी के विरूद्ध “ऑपरेशन Against Anti Human Trafficking ” तथा “ऑपरेशन नन्हे फ़रिश्ते” में देखभाल व संरक्षण की जरूरत वाले बच्चों को बचाने के लिए चलाये जा रहे अभियान के अंर्तगत 12 जुलाई 2024 को मंडल कार्यालय की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट टीम, रेलवे सुरक्षा बल की टीम और बचपन बचाओ आंदोलन के साथ गाड़ियों की जांच के दौरान चारबाग रेलवे स्टेशन लखनऊ के प्लेटफार्म संख्या 06 पर समय 17:15 बजे आई गाड़ी संख्या 12237 बेगमपुरा एक्सप्रेस के जनरल कोच की चेकिंग करते समय महिला कोच के बगल वाले कोच मे एक व्यक्ति के साथ कुछ नाबालिग बच्चे व कुछ व्यक्ति दिखाई दिये, जोकि संदेहास्पद लग रहे थे I संदेह की पुष्टि हेतु इनलोगों से पूछताछ की गई तो उपरोक्त सभी ने बताया कि हम सभी ठेकेदार के साथ पंजाब के अमृतसर मे नाशपाती का काम करने के लिए जा रहे हैI
AHTU द्वारा तत्काल ट्रेन के उक्त कोच में बताई गयी सीट पर पर पहुँचकर उक्त सीट पर बैठे व्यक्ति से पूछताछ की गयी तो उसने अपने आप को ठेकेदार बताया एवं उसी के साथ बैठे एक अन्य व्यक्ति ने भी साथ में होना बताया । चूंकि प्रकरण बालश्रम से सम्बंधित लग रहा था अतः स्टाफ द्वारा ट्रेन पर सवार 26 नाबालिग बालको को मय ठेकेदारों सहित ट्रेन से नीचे उतार लिया गया.
गहनता से पड़ताल करने पर ज्ञात हुआ कि बच्चों के माता पिता व परिजनों को पैसो का लालच व एडवांस देकर बाल श्रम के लिए चंदौली, वाराणसी व जौनपुर उत्तर प्रदेश व भभूआ बिहार से इन नाबालिगों को पंजाब लाया जा रहा था I सभी 26 नाबालिग बालको को श्रम हेतु अवैध रूप से ले जाए जाने के अंदेशा के कारण रेलवे सुरक्षा बल द्वारा इन सभी नाबालिगों को अपनी निगरानी में लेते सभी बालकों को आवश्यक कार्यवाही के उपरान्त चाइल्ड हेल्प लाइन, उत्तर रेलवे, चारबाग, लखनऊ के सुपरवाइज़र को सही सलामत स्वस्थ अवस्था मे बाल कल्याण समिति के समक्ष नियमानुसार कार्यवाही करने हेतु समय 23:45 बजे सुपुर्द किया गया तथा उक्त दोनों ठेकेदारों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही निर्धारित की गयी।