दिल्ली भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने भगवान बिरसा मुंडा के बलिदान दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का किया आयोजन
भगवान बिरसा मुंडा केवल एक नाम नहीं, बल्कि भारत के जनजातीय इतिहास के स्वर्णिम अध्याय हैं : वीरेंद्र सचदेवा

नई दिल्ली : दिल्ली भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा द्वारा आज प्रदेश कार्यकाल में भगवान बिरसा मुंडा के बलिदान दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष श्री सी एल मीणा, सह प्रभारी सुरेंद्र कमांडो, मोर्चा महामंत्री श्री गिरिधारी लाल सहित अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में पुष्पांजलि अर्पित कर उनके संघर्षों और बलिदान को याद किया।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा आदिवासी अस्मिता, संघर्ष और स्वाभिमान के प्रतीक हैं। स्वतंत्रता संग्राम के महानायक भगवान बिरसा मुंडा के बलिदान दिवस हम सब को उनके जीवन से प्रेरणा मिलती है। आदिवासी भाई-बहनों के कल्याण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका त्याग और समर्पण देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।
श्री सचदेवा ने कहा कि बिरसा मुंडा केवल एक नाम नहीं, बल्कि भारत के जनजातीय इतिहास के स्वर्णिम अध्याय हैं। वे उस समय के नायक थे जब अंग्रेज़ी हुकूमत की जड़ें गहरी थीं, और जनजातीय समाज उपेक्षा, शोषण और अन्याय का सामना कर रहा था।
उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा ने न केवल अंग्रेज़ों की शोषणकारी नीतियों का विरोध किया, बल्कि समाज में व्याप्त कुरीतियों के विरुद्ध भी आवाज़ उठाई। उन्होंने “उलगुलान” (महाविद्रोह) का नेतृत्व कर यह सिद्ध किया कि आदिवासी समाज न तो दबेगा, न झुकेगा।
श्री सचदेवा ने कहा कि उन्होंने समाज को एकजुट किया, उन्हें उनकी ज़मीन, आत्मसम्मान और सांस्कृतिक पहचान के लिए लड़ना सिखाया। एक युवा संत, समाज-सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में बिरसा मुंडा का योगदान अद्वितीय और प्रेरणादायक है।
यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम भगवान बिरसा मुंडा के विचारों को जन-जन तक पहुँचाएँ और उनके सपनों के समाज की ओर मिलकर कदम बढ़ाएँ — जहाँ हर वर्ग को समान अधिकार, सम्मान और अवसर प्राप्त हो।