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बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे प्रोफेसर प्रद्युम्न : प्रो.भागी

एनडीटीएफ ने प्रोफेसर प्रद्युम्न राणा को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की 

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नई दिल्ली : एनडीटीएफ शिक्षक संगठन के तत्वावधान में हिन्दू कॉलेज के भौतिकी विभाग में प्रोफेसर व एनडीटीएफ के उपाध्यक्ष प्रोफेसर प्रद्युम्न राणा की स्मृति में बुधवार को रामजस कॉलेज के सभागार में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया । इस श्रद्धांजलि सभा में सैंकड़ों की संख्या में दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने भाग लिया और प्रोफेसर राणा को श्रद्धांजलि सुमन अर्पित किए ।

प्रोफेसर प्रद्युम्न राणा को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए एनडीटीएफ एवं डूटा के अध्यक्ष प्रोफेसर अजय कुमार भागी ने उनके साथ बिताए पलों को स्मरण करते हुए कहा कि प्रोफेसर प्रद्युम्न राणा एक जिंदादिल बेहतरीन इंसान थे और बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्तित्व थे । डूटा के सच्चे सिपाही थे । उन्होंने कहा कि उनके कुशल नेतृत्व में एनडीटीएफ ने फ्रंट से संगठन बनने की यात्रा तय की । संगठन को सदैव उनकी कमी खलेगी । इस अवसर पर प्रोफेसर इंद्रमोहन कपाही ने अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मैंने अपना अच्छा मित्र व शिष्य खो दिया है , वे सदैव हमारे दिलों में बने रहेंगे ।

रामजस कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर अजय अरोड़ा ने अपने मित्र की यादों को स्मरण करते हुए कहा कि मेरा उनके साथ मित्र व सहपाठी का संबंध रहा है , वे जब भी मिलते थे कभी लगता ही नहीं था कि वे इतना जल्दी संसार से विदा ले लेंगे । इस श्रद्धांजलि सभा में प्रो.नरेश कक्कड़ , प्रो. अवनिजेश अवस्थी , प्रो.रसाल सिंह , प्रो. शंभु नाथ दूबे , डॉ.राजबीर शर्मा , प्रो.हरीश खन्ना , डॉ.शशिशेखर सिंह , डॉ.हंसराज सुमन , प्रो.मोनिका , डॉ.चमन सिंह आदि ने उनके साथ बिताए पलों को याद करते हुए अपनी पुष्पांजलि अर्पित की और कहा कि हमने एक बेहतर इंसान खो दिया । इस अवसर पर परिवार के सदस्यों ने भी श्रद्धांजलि सभा में भाग लिया । उनकी बहन श्रीमती सविता जी ने कहा कि मैंने अपने पितासमान भाई को खो दिया , वे मिलनसार व दूसरों की मदद करने वाले इंसान थे उनके जाने से परिवार में रिक्तता आ गई है जिसकी पूर्ति संभव नहीं है ।

एनडीटीएफ के सचिव व डीयू ईसी के सदस्य प्रो.सुनील शर्मा ने प्रो.राणा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उम्र का काफी अंतर होने के बाद भी उनका मेरे प्रति मित्रवत जैसा व्यवहार था , उनका मुझसे विशेष लगाव था । उन्होंने मुझे सदैव आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और हमेशा हंसी मजाक करते हुए शैतान से संबोधित करते थे । प्रो.सुनील शर्मा ने श्रद्धांजलि सभा में आए सभी शिक्षकों , शोधार्थियों व परिवार के सदस्यों का एनडीटीएफ परिवार की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया ।

 

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