उत्तर-प्रदेशनई दिल्लीबड़ी खबरलखनऊ

मोदी ने वाराणसी से अपनी हार देख अपने भाषा की मर्यादा और पद की गरिमा दोनों गिरा दी है : सुप्रिया श्रीनेत्र

वाराणसी/ लखनऊ : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे और सोशल मीडिया चेयरमैन  सुप्रिया श्रीनेत ने वाराणसी में इंडिया गठबंधन के कांग्रेस पार्टी से प्रत्याशी अजय राय के साथ केन्द्रीय चुनाव कार्यालय पर संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया.

प्रेसवार्ता में उत्तरप्रदेश के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने बताया कि पिछले 40 दिनों में उन्होंने उतर प्रदेश में 7000 किलोमीटर की यात्रा कर, 10 वर्ष के मोदी और योगी के कुशासन के खिलाफ़ उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन के सभी दलों की समन्वय बैठको में प्रतिभाग किया एवं नेताओं और कार्यकर्ताओं से चर्चा करी। श्री पांडेय ने कहा कि बैठकों से यह तो सुनिश्चित हो गया कि एक नई ऊर्जा और उत्साह जो जनता में गठबंधन के प्रति दिख रहा है वह अप्रत्याशित है।यहां की जनता इस बार प्रदेश में बदलाव करने जा रही है।
पांडेय ने कहा कि पूरे प्रदेश के भ्रमण में उन्होंने ये महसूस किया कि उत्तर प्रदेश और पूरे देश में राहुल गांधी राजनीति की नई उम्मीद और अलख जगाने वाले नेता बनकर उभरे हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा जो 10,700 किलो मीटर से ज्यादा की यात्रा थी जिसमें राहुल गांधी ने देश के जन सामान्य के मन, और उनकी तकलीफ को समझा और उनकी भावनाओं को जाना जो बहुत परेशान थे, आतंक और डर के माहौल में जी रहे थे, आज उनके बीच में राहुल गांधी जी ने एक उम्मीद की किरण जगाने का काम किया है।
आज लोगों में एक विश्वास उत्पन्न हुआ है कि कांग्रेस लोकतांत्रिक तरीके से भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला कर रही है । पांडेय ने कहा की बीते रोज जो छठे चरण के चुनाव में हम सब ने देखा की जनता ने अपने डर की बेड़ियों को तोड़कर बदलाव के लिए वोट किया, क्योंकि पिछले 10 वर्षों में जिस प्रकार से जनता को प्रताड़ित किया गया और डराया गया चाहे छोटा व्यापारी हो या नौजवान जिसे दो करोड़ रोजगार प्रति वर्ष देने का वादा किया था हर एक को ठगने का काम किया गया।
अविनाश पांडे ने कहा कि अब ये चुनाव देश की जनता लड़ रही है, इस बदलाव की आंधी का श्रेय राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व को जाता है। जहां-जहां वह जा रहे हैं लोगों में एक ऊर्जा और उत्साह मिल रहा है ,हर एक के चेहरे पर आत्मविश्वास दिखाई दे रहा है और वह आत्मविश्वास निश्चित रूप से बदलाव का है।
अखिल भारतीय कांग्रेस की सोशल मीडिया चेयरमैन सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि काशी बाबा विश्वनाथ की भूमि है , शिव शाश्वत और अविनाशी हैं,हमारे धर्म में अजर अमर, अनंत, अविनाशी सिर्फ और सिर्फ शिव हैं लेकिन अब छठवें चरण के चुनाव के बाद जब हार सामने दिख रही है तो इस देश के प्रधानमंत्री और आपके सांसद जिनकी जल्दी ही विदाई होने वाली है उन्होंने न ही सिर्फ अपने को ईश्वर का दूत कह दिया बल्कि दैवीय शक्तियों से अभिभूत बताया और खुद को अविनाशी भी बता डाला है , श्रीनेत ने कहा की हार का बेहद गहरा असर मोदी जी पर हुआ है ,असली चिंता यह है कि 4 जून को होने वाली हार को वह पचा भी पाएंगे की नहीं?
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि बीते तमाम चुनावों में हमने देखा की कोई दल चुनाव जीतता है कोई हारता, किसी की सरकार बनती है किसी की नहीं लेकिन इस बार 2024 का चुनाव यह तय करेगा कि यह देश संविधान से चलेगा या किसी की मर्जी से ?
2024 का चुनाव यह तय करेगा कि देश के केंद्र में युवा, बुजुर्ग , किसान, महिलाएं होंगी या चंद पूंजीपतियों की लिए नीति निर्धारण होगा। 2024 का चुनाव तय करेगा, कि इस देश का लोकतंत्र जीवित रहेगा या इस देश के तानाशाह के सामने दम तोड़ देगा? यह चुनाव इस देश के लोकतंत्र और संविधान की रक्षा और आम आदमी के हक हुकूक उसके अधिकारों का है और इस लड़ाई को जिस तरह गठबंधन लड़ रहा है उसके लिए उसकी जितनी सराहना की जाए कम है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि 10 साल इस देश ने भाजपा और मोदी जी को प्रचंड बहुमत दिया, काशी ने सांसद भी चुना, लेकिन 10 साल बाद जब इस देश के प्रधानमंत्री को अपने काम गिनाने थे और काम के नाम पर वोट मांगने थे तो प्रधानमंत्री हिंदू मुसलमान कर रहे हैं, पहले चरण में मीट, मुर्गा, मछली, दूसरे चरण में वह ब्याहता महिलाओं के मंगलसूत्र और भैंस पर पहुंच गए, तीसरा चरण आते-आते अपनी आंखों की पुतली, अपने सबसे लाडले अडानी अंबानी तक को नहीं छोड़ा और कह दिया कि बोरों में भर भर कर टेंपो में लाद लाद कर काला धन बांटते हैं । चौथे चरण में मोदी जी ने स्वयंभू, ईश्वर का दूत और दैवीय शक्ति से अभिभूत घोषित कर दिया, और यह भी कह दिया कि वह बायोलॉजिकल ही नहीं है, पांचवा चरण आते-आते वह कहने लगे कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार आ गई तो आपके बैंक खातों से पैसे ले लेगी, बिजली कनेक्शन काट देगी, अंधेरा कर देगी, हो सकता है अगले भाषणों में मोदी जी बनारस में यह भी कहें कि इंडिया गठबंधन की सरकार आ गई तो मटर पनीर का पनीर गायब कर देगी ,हो सकता आपके बच्चों के टिफिन से सैंडविच चुरा ले ,बैग चुरा ले।कुल मिलाकर प्रधानमंत्री के भाषणों और वक्तव्यों का स्तर बहुत ही निम्न कोटि का हो गया है।
छठा चरण आते-आते प्रधानमंत्री ने अपनी गरिमा को इतना तार तार कर दिया जो पहले किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया ।अपनी हारी हुई बाजी की अंतिम चाल चल रहे मोदी जी इतनी घिनौनी राजनीति पर उतर आए कि मुजरा शब्द का प्रयोग चुनावी मंच से एक बार नहीं बार-बार कर दिया। श्रीनेत ने कहा की क्या हम नहीं जानते कि मुजरा शब्द किसके लिए उपयोग होता है,क्या देश की आधी आबादी के प्रति वह इस तरीके की भाषा का प्रयोग कर अपमान करेंगे?
श्रीनेत ने कहा कि राजनीति में हर दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करता हैं लेकिन इस तरह की शब्दावली की क्या बनारस की जनता और संस्कृति अनुमति देता है ? सर्वोच्च पद पर बैठा हुआ एक व्यक्ति बाबा विश्वनाथ की नगरी का सांसद मुजरा शब्द का प्रयोग मंच से करें क्या यह हमें स्वीकार्य होना चाहिए ? काशी की जनता को मोदी के इस कृत्य का जवाब देना होगा? क्योंकि यह आधी आबादी का अपमान है, आधी आबादी नरेंद्र मोदी को ऐसा सबक सिखाने जा रही है जिसका उन्हें एहसास भी नहीं है।जिस सनातन धर्म में महिला को शक्ति कहा गया वहां पर मुजरा शब्द का वह प्रयोग कर रहे हैं , इससे पता चलता है कि वह किस हद तक बौखला गए हैं क्योंकि वह बनारस और समूचे देश में अपनी हार सामने देख रहे हैं।
श्रीनेत ने कहा की बनारस की जनता भी मोदी को पहचान चुकी है इसीलिए मोदी जी को सबक सिखाने के लिए कांग्रेस के अजय राय को जिताने जा रही है। श्रीनेत ने कहा की पहले मोदी आते थे काशी में नामांकन करके चले जाते थे लेकिन अब तीन-तीन चार-चार बार आना पड़ रहा है क्योंकि बनारस में अजय राय मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं , क्योंकि काशी के लोग सवाल कर रहे हैं क्या हुआ काशी को क्योटो बनाने के वादे का?एक बारिश होती है और बनारस की कलई खुल जाती है,सड़के जलमग्न हो जाती हैं।
सुप्रिया श्रीनेत्र ने कहा कि हमारा 48 पन्ने का न्याय पत्र है , जिसमे 15329 शब्द जिसमें भारत के भविष्य की नींव रखने का खाका है ,जहां समाज के हाशिए पर पड़े लोगों की बात सुनी जाएगी। यह न्याय पत्र हमने कमरों में बैठकर नहीं बनाया है, यह न्याय पत्र, राहुल गांधी जी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मिले लोगों से, युवाओं से, किसानों से , दुकानों पर व्यापारियों से मिलकर उनकी मन की बात सुनकर बनाया है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा की युवा न्याय की बात करें तो न्याय पत्र में जो भर्ती भरोसा दिया गया है,पहली नौकरी पक्की ,30 लाख जो सरकारी पद खाली पड़े हैं उनको भरने का काम करेंगे, अग्निविर योजना समाप्त करेंगे, आधी आबादी के लिए नारी न्याय के तहत हम देश के गरीब परिवार की महिलाओं को ₹8500 रूपए प्रति माह ,खटाखट ,खटाखट, खटाखट भेजेंगे। सरकारी नौकरियों में आधी नौकरी महिलाओं के लिए आरक्षित करेगें।
हिस्सेदारी न्याय के तहत जातीय और आर्थिक जनगणना कराएंगे, किसान न्याय के तहत किसानों का कर्ज माफ होगा, एमएसपी पर कानूनी गारंटी, खेती को जीएसटी से मुक्त करेंगे।


श्रीनेत ने कहा की किसानों को कांग्रेस ने हमेशा सम्मान दिया है, भाजपा ने तो किसानों को धमकाया, कीले गड़वाई,और झूठ बोला।श्रमिक न्याय के तहत मनरेगा में ग्रामीण भारत की तकदीर और तस्वीर बदलने के लिए मजदूरी ₹400 होने जा रहा है। 25 लाख रुपए की हेल्थ बीमा स्कीम होगी इसमें टेस्टिंग दवाएं मुफ्त होंगे । हम देश के गरीब को पांच किलो की जगह 10 किलो अनाज देने जा रहे हैं,साथ में तेल और दाल भी देंगे।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और बनारस से लोकसभा प्रत्याशी अजय राय ने कहा की आज बनारस में सभी काम स्थानीय लोगों के हाथ से छीन कर गुजरातियों को दे दिया गया हैं ।
मां गंगा की हालत ये है कि उसमें मरी गाय तैर रही हैं और गंगा मां की सफाई के नाम पर आया पैसा गुजराती खा रहे हैं। यहां पर रोपवे बन रहा है कौन बना रहा है? गुजराती बना रहे है , बनारस के लोग सिर्फ लेबर के रूप में काम कर रहे हैं।मोदी जी जिन्हें बनारस के लोगों ने सांसद बनाया उन बनारस के लोगो को सुपरवाइजर से ऊपर नहीं जाने दिया। मोदी के चुनाव मंच का संचालन कौन करता है? गुजराती कर रहे हैं, काकू भाई तन्मय मेहता कर रहे हैं।अब यह गुजराती बनारस के लोगों को निर्देश देते हैं कि जाओ बैनर लगाओ, होर्डिग लगाओ, गड्ढा खोदो ,गाड़ी लगाओ। अजय राय ने कहा कि मैं बनारस का हूं इस परिवार का हूं, हर सुख दुख में खड़ा हूं तो बनारस के लोगों का भी दायित्व है की वह अपने स्वाभिमान के लिए खड़े हों।
अजय राय ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी आज वोट मांगने के लिए चिट्ठी लिख रहे हैं लेकिन बनारस के लोगों को एक सवाल उनसे जरूर पूछना चाहिए कि जब कोरोना काल में बनारस के हजारों लोगों की जान चली गई, तो उन्होंने एक भी चिट्ठी या शोक संवेदना क्यों नही भेजी?मोदी जी यहां के सांसद चुने गए तो यहां के लोगों के प्रति उनकी जिम्मेदारी थी।

अजय राय ने याद दिलाते हुए कहा की कोरोना काल में जब कोई भाजपा नेता दूर दूर तक नजर नहीं आ रहा था तब अजय राय आपके साथ खड़ा रहा, उस कठिन समय में जब अपने भी पराए हो गए थे उस वक्त अपने सर पर कफन बांध कर निकलता था।
अजय राय ने कहा की एक भाजपा कार्यकर्ता अजय शुक्ला बेचारा दीनदयाल अस्पताल में तड़प कर मर गया मोदी जी उसकी सुध तक नहीं ली तो आपकी क्या लेंगे ।

Cherish Times

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button