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शिशुओं में स्तनपान से नहीं होता है कुपोषण एवं बीमारियाँ
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चेरिश टाइम्स न्यूज़
लखनऊ महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत कार्यरत राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (निपसिड), क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ द्वारा लखनऊ जिले के बक्शी का तालाब आई.सी.डी.एस. परियोजना में स्थित गोडियनपुर्वा आंगनबाड़ी केंद्र में विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया गया, जिसके अंतर्गत गर्भवती महिलाएं, धात्री माताओं व किशोरियों को जागरूक किया गया । इस अवसर पर संस्थान के सहायक निदेशक श्री मुकेश कुमार मौर्य ने बच्चों में कुपोषण के कारणों पर चर्चा करते हुए स्तनपान की महत्ता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि बच्चे के गर्भधान से दो वर्ष (1000 दिन) तक यदि उचित पोषण, स्वास्थ्य देखभाल, स्तनपान व साफ- सफाई का ध्यान रखा जाये तो बच्चो में बीमारियाँ एवं मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। इस अवसर पर संस्थान की भावना श्रीवास्तव ने गर्भवती महिलाएं व धात्री माताओं को स्तनपान से सम्बन्धित तकनीकी जानकारियां प्रदान करते हुए बताया कि बच्चों में शुरुआती दो वर्ष एक ऐसा समय होता है जब बच्चे का मस्तिष्क बढ़ना और विकसित होना शुरू होता है और यही उनके आजीवन स्वास्थ्य की नींव बनती है । बच्चे को स्तनपान कराने से क्या-क्या लाभ होते है उस पर भी प्रकाश डाला जैसे बच्चे को डायरिया जैसे रोग की संभावना कम हो जाती है, मां के दूध में मौजूद तत्व बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं, स्तनपान कराने से मां व बच्चे के मध्य भावनात्मक लगाव बढ़ता है । अगर मां का दूध बच्चे को नहीं मिलता है तो कुपोषण व सूखा रोग की संभावना बढ़ जाती है । माताएं बच्चे को किस प्रकार स्तनपान कराये उसकी भी जानकारी प्रदान की गई । परियोजना सहायक (प्रशिक्षण) नवीन कुमार ने भारत सरकार व उत्तर प्रदेश की बच्चो एवं महिलाओं से संबंधित कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कुछ महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर- 112, 102, 108, 1098, 181, 1090 के बारे में भी बताया ।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों के बीच प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता कराई गई व सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार भी दिए गए । उक्त कार्यक्रम में क्षेत्रीय मुख्य सेविका श्रीमती अमिता त्रिपाठी, केंद्र कार्यकत्री श्रीमती विद्यावती व सहायिका श्रीमती कनकलता भी उपस्थित रहीं व सभी का उत्साहवर्धन किया ।