उत्तर-प्रदेशबड़ी खबरलखनऊ
योगीजी, रांगेय राघव और आजमगढ़ !!

के. विक्रम राव
इस्लामी शिक्षा के केन्द्र आजमगढ़ में दक्षिण भारतीय वैष्णव साहित्यकार डा. रागेय राघव के नाम शोध संस्थान की स्थापना की घोषणा कर योगी आदित्यनाथजी ने सबको चौंका दिया। आह्लादमय लगा। दशकों से कोसल राज्य में यह दुर्वासा ऋषि की तपोभूमि पाकिस्तान-समर्थकों का अड्डा रहा हैं। दो जनरल: मियां परवेज मुशर्रफ के वालिद और जनरल मिर्जा अस्लम बेग (पाकिस्तानी सेना का मुखिया) यही के थेे। आतंकवाद के उत्पाद का कारखाना यही रहा। याद कीजिये बाटला हाउस में आतंकियों से मुठभेड़ के विरोध में आजमगढ़ से जब पूरी ट्रेन भरकर के प्रदर्शनकारी दिल्ली गये थे। स्वयं योगीजी पर जानलेवा हमला यहीं हुआ था। पुस्तक ‘‘ए सैफ्रन सोशलिस्ट‘‘ (गेरूआ समाजवादी) में इस षडयंत्र का विवरण है। इसके अनुसार हिंदू युवा वाहिनी की अगुआई में कई हिंदूवादी संगठनों ने ऐलान किया कि वे सब आजमगढ़ में आतंकवाद के खिलाफ एक रैली का आयोजन करेंगे। इस रैली में योगी आदित्यनाथ मुख्य वक्ता थे। सितंबर, 7, 2008 की सुबह गोरखनाथ मंदिर से 40 वाहनों का काफिला रवाना हुआ। चूंकि आजमगढ़ में कुछ हिंसा होने का अंदेशा था, इसलिए योगी की टीम ने तैयारियां की थीं। काफिले में योगी की लाल रंग की एसयूवी सातवें नंबर पर थी। दोपहर 1 बजकर 20 मिनट पर जब काफिला टकिया (आजमगढ़ से थोड़ा पहले) से गुजर रहा था तो एक पत्थर काफिले की सातवीं गाड़ी पर आकर लगा। इसके बाद चारों तरफ से पत्थरों की बारिश शुरू हो गई। मगर योगीजी बच गये।
8