लखनऊ : पूर्व सांसद और राज्यपाल बिहार और मध्य प्रदेश के पदों पर रहे लालजी टंडन जी की दूसरी पुण्यतिथि के मौके पर उन्हें याद किया गया और श्रद्धांजलि दी गई। सल्तनत मंजिल, हामिद रोड, निकट सिटी स्टेशन, लखनऊ के रहने वाले नवाबजादा सैयद मासूम रज़ा, एडवोकेट ने कहा कि लालजी टंडन हमेशा उत्तर प्रदेश की राजनीति में अहम भूमिका निभाते रहे । भारत रत्न अवॉर्डी अटल बिहारी वाजपेई से उनके गहरे संबंध थें।
नवाबजादा ने कहा कि वो युवाओं को हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते थें, वो बहुत ही शांत स्वभाव और रहम दिल इंसान थें। जब वो बिहार के राज्यपाल थें तब में उनसे पटना में मिलने की ख्वाहिश जाहिर की तो उन्होंने मुझे बुला लिया और यह मुलाकात करीब 30 मिनट तक चली। यह मेरे लिए एक एहम मीटिंग थी और एक यादगार पल भी था ! मैंने उन्हें फूलों का गुलदस्ता पेश किया और उन्होंने मुझे कुछ किताबें दी। जब उनका लखनऊ में पटना के राज्यपाल होने के बाद इस्तेकबास हुआ था तब मुझे भी यह मौका देखने का शरफ हासिल हुआ था। जिसके लिए में उनका और उनके परिवार का तहे दिल से शुक्रगुजार था। उनकी लिखी किताब “अनकहा लखनऊ” की बुक रिलीज फंक्शन थी तब भी उन्होंने और उनके परिवार वालों ने मुझे इनविटेशन दिया था। हमलोग ने एक ऐसे इंसान को खो दिया है जिसकी भरपाई नामुमकिन है। उनके साथ की यादगार तस्वीरें हमेशा उनकी यादें दिलाती रहेगी। नवाबजादा रज़ा ने आगे कहा कि उन्हें बेहद खुशी हुई की लखनऊ के हजरतगंज इलाके में श्री लालजी टंडन जी की कांस्य की प्रतिमा का अनावरण, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री, यू पी योगी आदित्यनाथ के हाथों हुआ। इस मौके पर सभी ने लालजी टंडन को याद किया और श्रद्धांजलि दी।