लखनऊ. रॉयल फैमली ऑफ अवध के महासचिव शिकोह आज़ाद ने हुसैनाबाद ट्रस्ट प्रशासन से मांग करते हुए अफसोस ज़ाहिर किया है. उन्होनें कहा कि मोहर्रम के पाक महीनें के चंद दिन ही बाकी हैं, इमामबाड़ों की चूनाकारी नही हुई, पूरा ट्रस्ट, ट्रस्ट के चंद मुलाज़िमों के हाथ फुटबाल बना हुआ , लखनऊ के ओलमां जो इन इबादतगाहों के सामने से रोज़ गुज़रते हैं वह भी खामोश हैं और लखनऊ के शाही खानदान से ताल्लुक रखने वाले भी बेचैन हैं और जिलाधिकारी की ज़िम्मेदारी है कि हुसैनाबाद ट्रस्ट के गिरते हुए मेयार को उठाये और माकूल अधिकारियों की नियुक्ति करे , अभी तक एसीएम द्वितीय ट्रस्ट का प्रभारी हुआ करते थे और एण्डीएम पश्चिम ट्रस्ट के सचिव हुआ करते थे मगर पिछले कुछ सालों से ट्रस्ट के सचिव एडीएम पूर्वी को बना दिया गया है और एसीएम द्वितीय की जगह कभी एसीएम -5 कभी एसीएम -7 को प्रभारी की जिम्मेदारी दे दी जाती है जिसकी वजह से इन अधिकारियों में भी ट्रस्ट के प्रति रूचि नही रहती जिसका फायदा ट्रस्ट के कर्मचारी उठा रहे हैं ।
शिकोह आज़ाद ने कहा कि ट्रस्ट के चेयरमैन को चाहिये कि हुसैनाबाद ट्रस्ट की एक कमेटी का गठन करें जिससे अय्यामें अज़ा में किसी तरीके की बदइंतेज़ामी न हो सके । वाजेह रहे कि हुसैनाबाद ट्रस्ट की शाही ज़री पहली मोहर्रम को अपनी शान व शौकत के साथ उठना है और 7 मोर्रम की मेंहदी का जुलूस भी आसिफी इमामबाड़े से उठकर छोटे इमामबाड़े जायेगा । इस लिये ज़रूरी है कि ट्रस्ट के प्रभारी के तौर पर एसीएम -2 की नियुक्ति और ट्रस्ट के सचिव के तौर पर एडीएम पश्चिम की नियुक्ति यताशीघ्र की जानी चाहिये और मोहर्रम को लेकर जल्द – अज़ जल्द रॉयल फैमली ऑफ अवध के ज़िम्मेदारों के साथ इन जुलूसों को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन छोटे इमामबाड़े के ट्रस्टी रूम में किया जाना चाहिये ।