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अरबिंदो कॉलेज ने बिजनेस एनालिटिक्स और रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर छह दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम ( FDP ) आयोजित किया 

नई दिल्ली : यूजीसी की एमएमटीटीपी योजना के तहत दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध श्री अरबिंदो कॉलेज व रामानुजन कॉलेज के सहयोग से बिजनेस एनालिटिक्स एंड रिसर्च मेथोडोलॉजी पर छह दिवसीय शॉर्ट-टर्म ऑनलाइन प्रोग्राम (एसटीपी) का आयोजन किया गया था जो आज सफलता पूर्वक समापन हुआ ।

इस कार्यक्रम में देशभर से 150 से अधिक संकाय सदस्यों ने भाग लिया। जो इसके व्यापक प्रभाव को दर्शाता है। बता दें कि यह प्रोग्राम प्रतिभागियों को बिजनेस एनालिटिक्स और रिसर्च मेथोडोलॉजी में नवीनतम रुझानों और तकनीकों के ज्ञान से लैस करने के लिए डिज़ाइन किया गया था । साथ ही एसटीपी आधुनिक वाणिज्य शिक्षा के अभिन्न प्रमुख क्षेत्रों को संबोधित करता है। विशेष रूप से यह विषय दिल्ली विश्वविद्यालय की नई शिक्षा नीति – 2020 के तहत बी.कॉम और बी.कॉम (ऑनर्स) पाठ्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

कार्यक्रम के इस अवसर पर श्री अरबिंदो कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अरुण चौधरी ने मुख्य अतिथि तथा सभी गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों का कॉलेज की ओर से स्वागत किया और कहा कि आपकी उपस्थिति ने यह कार्यक्रम सफल बनाया है । उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिस गति से विकसित हो रहे शैक्षणिक और व्यावसायिक क्षेत्रों में बिजनेस एनालिटिक्स और रिसर्च मेथोडोलॉजी जैसे विषयों को मांग बढ़ी है जिससे इनकी प्रासंगिकता बनी हुई है । उन्होंन प्रतिभागियों के उत्साह की सराहना करते हुए कार्यक्रम की शानदार सफलता का श्रेय कॉलेज की दोनों टीम को दिया। उन्होंने कार्यक्रम को एक उल्लेखनीय उपलब्धि बनाने में उनके अमूल्य सहयोग के लिए रामानुजन कॉलेज के प्राचार्य प्रो. रसाल सिंह को भी अपना विशेष धन्यवाद दिया।

समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय के दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के वाणिज्य विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर और डीन प्रोफेसर अजय कुमार सिंह उपस्थित थे। प्रोफेसर सिंह ने बिजनेस एनालिटिक्स और रिसर्च मेथोडोलॉजी जैसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों के महत्व पर बहुमूल्य जानकारी प्रतिभागियों के साथ साझा की। उन्होंने संकाय सदस्यों को नवीनतम उपकरणों और तकनीकों से लैस करने में उनकी भूमिका पर जोर दिया जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि वे लगातार विकसित हो रहे पेशेवर परिदृश्य में अपडेट और रोजगार योग्य बने रहें। प्रोफेसर सिंह ने शिक्षा में प्रौद्योगिकी के परिवर्तनकारी प्रभाव पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षण, सीखने और अनुसंधान प्रथाओं को बढ़ाने के लिए इसके प्रभावी एकीकरण की आवश्यकता बताई ।

दिल्ली विश्वविद्यालय के दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के वाणिज्य विभाग के प्रोफेसर एच.के. डांगी ने दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर पर बिजनेस एनालिटिक्स एंड रिसर्च मेथोडोलॉजी जैसे अभिनव कार्यक्रमों की शुरूआत पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने अकादमिक शिक्षा और उद्योग की जरूरतों के बीच की खाई को पाटने के लिए इस पहल की उन्होंने सराहना की। प्रो. डांगी ने शिक्षा को नया रूप देने और छात्रों को व्यवसाय और शैक्षणिक दुनिया में भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य उन्नत उपकरणों जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया है ।

कॉलेज के मीडिया संयोजक डॉ. हंसराज सुमन ने बताया कि एफडीपी कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को डेटा विज्ञान, विश्लेषण और शोध पद्धतियों में उन्नत अवधारणाओं से परिचित कराया । उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान विभिन्न संस्थानों के प्रसिद्ध विशेषज्ञों ने तकनीकी सत्रों और व्यावहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से अपना ज्ञान साझा किया। इन प्रतिष्ठित वक्ताओं में बीवीआईएमआर विश्वविद्यालय के प्रो. ब्रोटो भारद्वाज, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रबंधन अध्ययन संकाय के प्रो. नारायण, एमएलएसयू, उदयपुर के प्रो. हनुमान प्रसाद, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. सी.पी. गुप्ता और अमेरिकन एक्सप्रेस के प्रबंधक श्री अक्षय महाजन शामिल थे। इन सत्रों में उन्नत एक्सेल, टेबल्यू, पावर बीआई, आर सॉफ्टवेयर और प्रश्नावली डिजाइनिंग जैसे विषयों को शामिल किया गया।

इस कार्यक्रम को समापन तक ले जाने वालों में आयोजन समिति में डॉ. निशिता गुप्ता का विशेष सहयोग रहा । धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम पूर्ण हुआ जिसमें आशा व्यक्त की गई कि सत्र के दौरान साझा किया गया ज्ञान संकाय सदस्यों और शिक्षाविदों को व्यवसाय विश्लेषण और अनुसंधान पद्धति के क्षेत्र में अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने के लिए सशक्त करेगा।

 

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