एनडीएमसी ने प्रदूषण से निपटने के लिए बहुआयामी प्रयासों को तेज किया
N95 मास्क वितरण | ड्रोन द्वारा हॉटस्पॉट निगरानी | प्रदूषण नियंत्रण के लिए विशेष कार्य बल का गठन
नई दिल्ली : नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् (NDMC) के उपाध्यक्ष श्री कुलजीत सिंह चहल ने आज एनडीएमसी क्षेत्र में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई सक्रिय पहलों की घोषणा की। इन पहलों में उन्नत निगरानी प्रणालियाँ, व्यापक जागरूकता अभियानों और वायु प्रदूषण नियंत्रण प्रौद्योगिकियों में महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं।
मुख्य पहलें और अपडेट:
1. प्रदूषण हॉटस्पॉट की ड्रोन निगरानी:
एनडीएमसी ने अपने क्षेत्र में वायु प्रदूषण के हॉटस्पॉट की निगरानी के लिए ड्रोन सर्विलांस प्रणाली लागू की है। यह अभिनव तरीका वास्तविक समय में निगरानी सुनिश्चित करता है और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए समय पर हस्तक्षेप करने की अनुमति देता है।
2. प्रदूषण नियंत्रण के लिए विशेष कार्य बल का गठन:
प्रदूषण नियंत्रण के लिए एक समर्पित कार्य बल गठित किया गया है, जिसमें 3 टीमों के 9 अधिकारी शामिल हैं। यह टीम अवैध कचरा निपटान, निर्माण और विध्वंस (C&D) कचरा, और खुले में ठोस कचरा जलाने जैसे प्रदूषण स्रोतों की निगरानी करती है। ये टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं ताकि पर्यावरणीय दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।
3. *धूल प्रदूषण नियंत्रण:*
– एनडीएमसी के पास 4 मैकेनिकल रोड स्वीपर्स (MRS) हैं, जो प्रतिदिन लगभग 220-230 किमी सड़कों की सफाई करते हैं।
– इसके अतिरिक्त, एनडीएमसी 5 नए CNG-चालित मैकेनिकल रोड स्वीपर्स खरीदने की प्रक्रिया में है।
4. *एंटी-स्मॉग गन और जल छिड़काव:*
– 9 एंटी-स्मॉग गन्स (ASGs) – जिनमें 8 मोबाइल यूनिट्स शामिल हैं – एनडीएमसी क्षेत्र में तैनात की गई हैं, जो प्रतिदिन औसतन 320 किमी क्षेत्र को कवर करती हैं।
– 10 अतिरिक्त ASGs निजी उच्च-राइज़ बिल्डिंगों पर तैनात किए गए हैं।
– एनडीएमसी 18 जल टैंकरों का संचालन करता है, जिनकी क्षमता 5,000 से 10,000 लीटर तक होती है, और इनका उपयोग पेड़ों, झाड़ियों और सड़कों पर जल छिड़काव के लिए किया जाता है।
– इसके अतिरिक्त, एनडीएमसी ने तीन और ASGs खरीदने के लिए टेंडर जारी किए हैं।
5. *C&D कचरा निपटान और निगरानी:*
– प्रतिदिन लगभग 40-42 मीट्रिक टन C&D कचरा हटाया जाता है और शास्त्री पार्क में रिसाइक्लिंग संयंत्रों में भेजा जाता है।
– एक टीम नियमित रूप से निर्माण स्थलों का निरीक्षण करती है और धूल नियंत्रण उपायों को लागू करती है। उल्लंघन करने वालों पर राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (NGT) द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार जुर्माना लगाया जाता है।
– अब तक 50 से अधिक चालान जारी किए गए हैं, जिनमें कुल 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
6. *वाहन प्रदूषण नियंत्रण:*
– एनडीएमसी ने पहले ही 100 से अधिक सार्वजनिक इलेक्ट्रिक वाहन (EV) चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर लिए हैं और अब इस नेटवर्क को 450 और चार्जिंग स्टेशन जोड़ने की योजना बना रहा है।
– एनडीएमसी के सभी वाहन धीरे-धीरे CNG या EV मॉडलों में बदले जा रहे हैं, ताकि वाहन से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सके।
7. *ग्रीन दिल्ली ऐप और वार रूम का सशक्तिकरण:*
– ग्रीन दिल्ली ऐप के माध्यम से प्राप्त शिकायतों का त्वरित समाधान किया जा रहा है, और एनडीएमसी क्षेत्र में अब कोई लंबित शिकायत नहीं है।
– नियमित वृक्षारोपण अभियानों के तहत जून से अगस्त 2024 के बीच 11 लाख से अधिक पेड़, झाड़ियाँ और पौधे लगाए गए, और अक्टूबर 2024 में 158 पेड़ और 460 झाड़ियाँ लगाए गए।
8. *पटाखों और खुले में जलने पर प्रतिबंध:*
– एनडीएमसी की प्रवर्तन टीमें नियमित रूप से क्षेत्रों का निरीक्षण करती हैं ताकि अवैध रूप से पटाखे जलाने से रोका जा सके, और उल्लंघनकर्ताओं पर जुर्माना लगाया जाता है।
– एक समर्पित टीम खुले में जलाने की घटनाओं की निगरानी करती है, और ठोस कचरा या बायोमास जलाने पर दो चालान जारी किए गए हैं।
9. *GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) का कार्यान्वयन:*
– एनडीएमसी ने क्षेत्र में वायु प्रदूषण को संबोधित और कम करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत सभी दिशानिर्देशों को पूरी तरह से लागू किया है।
_सार्वजनिक सुरक्षा और जागरूकता के लिए अतिरिक्त उपाय: _
– N95 मास्क वितरण:
एनडीएमसी अपने ग्राउंड-लेवल कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए 2,000 से अधिक सफाई कर्मचारियों और बागवानी एवं नागरिक विभागों के कर्मचारियों को N95 मास्क वितरित करेगा।
– रिहायशी कल्याण संघ (RWAs) और बाजार व्यापार संघ (MTAs) को शामिल किया जाएगा:
एक समीक्षा बैठक RWAs और MTAs के साथ आयोजित की गई, जिसमें प्रदूषण नियंत्रण के उपायों और जागरूकता बढ़ाने के लिए चर्चा की गई। इस संदर्भ में, एनडीएमसी ने सुरक्षा गार्डों को बायोमास या लकड़ी से गर्मी लेने से बचने के लिए इलेक्ट्रिक हीटर वितरित करने का सुझाव दिया है।
– RWAs और MTAs के लिए दिशा-निर्देश:
एनडीएमसी ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए RWAs और MTAs के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनमें शामिल हैं:
– कचरा जलाने पर कड़ी रोक, उल्लंघन पर जुर्माना।
– सुरक्षा कर्मचारियों के लिए इलेक्ट्रिक हीटर का उपयोग अनिवार्य।
– स्वच्छ गतिशीलता को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना।
– नियमित वृक्षारोपण अभियानों के माध्यम से हरे आवरण को बढ़ावा देना।
सार्वजनिक अपील:
श्री चहल ने निवासियों, व्यापारियों और पर्यटकों से प्रदूषण कम करने के लिए पर्यावरणीय रूप से अनुकूल प्रथाओं को अपनाने की अपील की। उन्होंने विशेष रूप से प्रदूषण के उच्चतम मौसम (अक्टूबर से जनवरी) के दौरान निजी वाहनों के स्थान पर सार्वजनिक परिवहन के उपयोग की सलाह दी और निर्माण गतिविधियों से धूल पैदा करने या कचरा जलाने से बचने की अपील की।
एनडीएमसी ने सभी संबंधित पक्षों से आग्रह किया कि वे परिषद के प्रदूषण नियंत्रण प्रयासों का समर्थन करें और मिलकर नई दिल्ली को एक स्वच्छ, हरा-भरा और स्वस्थ शहर बनाने के लिए कार्य करें।