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25 दिसंबर 2024 को भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर उत्तराखंड के  लेखक गांव में अटल व्याख्यान माला की शुरुआत की जाएगी।

लखनऊ : लखनऊ के वीवीआईपी गेस्ट हाउस में शुक्रवार को आयोजित एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता में पूर्व केंद्र शिक्षा मंत्री एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने स्पर्श हिमालय महोत्सव 2024 की अद्वितीय सफलता और आगामी अटल जयंती समारोह के विशेष आयोजनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

स्पर्श हिमालय महोत्सव 2024 की सफलता:
डॉ. निशंक ने बताया कि यह महोत्सव 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित हुआ, जिसका उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति शरामनाथ कोविंद  ने किया। इस महोत्सव में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी  और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह  ने भी भाग लिया। तीन दिवसीय इस आयोजन का समापन केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत  के करकमलों द्वारा हुआ। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव साहित्य, संस्कृति और कला के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुआ है।

अटल व्याख्यान माला का शुभारंभ
डॉ. निशंक ने बताया कि 25 दिसंबर 2024 को भारत रत्न  अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर उत्तराखंड के  लेखक गांव में अटल व्याख्यान माला की शुरुआत की जाएगी। यह व्याख्यान माला साहित्य और संस्कृति के माध्यम से युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास होगा।

नालंदा की तर्ज पर पुस्तकालय निर्माण
लेखक गांव में नालंदा विश्वविद्यालय की तर्ज पर एक भव्य पुस्तकालय का निर्माण किया जाएगा। इस पुस्तकालय में 1 लाख से अधिक पुस्तकों का संग्रह होगा, जो साहित्य प्रेमियों और शोधकर्ताओं के लिए एक अमूल्य धरोहर होगी।

साहित्य और कला के लिए पुरस्कारों की घोषणा

1. अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार: विश्व स्तर पर साहित्य और कला के क्षेत्र में योगदान देने वाले प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को सम्मानित किया जाएगा।
2. राष्ट्रीय पुरस्कार: भारतीय साहित्यकारों और कलाकारों के उत्कृष्ट योगदान को मान्यता दी जाएगी।
3. राज्य स्तरीय पुरस्कार: उत्तराखंड की स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

डॉ. निशंक ने कहा की यह आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत और साहित्यिक परंपराओं को संरक्षित और प्रोत्साहित करने का एक प्रयास है। अटल जी का जीवन और उनके विचार हमें राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरणा देते हैं।”

डॉ. निशंक ने स्पर्श हिमालय महोत्सव 2024 की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह महोत्सव साहित्य, संस्कृति और कला के क्षेत्र में उत्तराखंड को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने में सफल रहा है।

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