उत्तर-प्रदेशनई दिल्लीबड़ी खबरलखनऊ

लखनऊ में उपमा के 7वें वार्षिक अधिवेशन में जुटेंगे देश के वित्तीय विशेषज्ञ

सम्मलेन का उद्देश्य एक सतत एवं विश्वसनीय माइक्रो फाइनेंस मॉडल विकसित करना है

[tta_listen_btn listen_text="खबर सुनें" pause_text="Pause" resume_text="Resume" replay_text="Replay" start_text="Start" stop_text="Stop"]

लखनऊ : माइक्रोफाइनेंस असोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश (उपमा) के द्वारा लखनऊ के एक स्थानीय होटल गोमती में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के दौरान आगामी दिनांक 18 नवंबर 2024 को लखनऊ के होटल ताज में आयोजित होने जा रहे उपमा के 7 वें वार्षिक अधिवेशन के बारे में जानकारी दी गयी । इस अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में  असीम अरुण माननीय राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश शासन ने तथा मुख्य वक्ता के रूप में  दिनेश खारा पूर्व चेयरमैन स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया तथा माइक्रोफाइनेंस के भीष्म पितामह कहे जाने वाले  विजय महाजन ने अपनी सहमति प्रदान की है ।

सम्मलेन के समापन सत्र के लिए कपिलदेव अग्रवाल माननीय राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कौशल विकास ने अपनी सहमति प्रदान की है
उपमा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर सिन्हा ने बताया कि आगामी 18 नवंबर को लखनऊ शहर में आयोजित होने जा रहे इस वार्षिक अधिवेशन में परिचर्चा का मुख्य और अति महत्वपूर्ण विषय चुना गया है और वह है “उत्तर प्रदेश में एक ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी अर्थ व्यवस्था के लक्ष्य को सफल बनाने में माइक्रोफाइनेंस कंपनियों का क्या योगदान पर आधारित एक अध्ययन रिपोर्ट जारी की जाएगी.
उन्होंने आगे बताया कि इस वर्ष सम्मलेन का उद्देश्य एक सतत एवं विश्वसनीय माइक्रो फाइनेंस मॉडल विकसित करना है.
माइक्रो फाइनेंस के स्वतः नियामक संस्था साधन के प्रमुख  जी जी मेमन सहित इस कॉन्फ्रेंस में शैक्षिक संस्थाओं के रिसर्च स्कॉलर, अनेक वित्तीय विशेषज्ञ, माइक्रो फाइनांस कंपनी के सीईओ के साथ साथ नाबार्ड, आरबीआई तथा सिडबी के वरिष्ठ अधिकारीगण भाग लेंगे ।
माइक्रो फाइनेंस एसोसिएशन ऑफ़ उत्तर प्रदेश (उपमा ) प्रति वर्ष अपना वार्षिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं संस्था इस वर्ष अपने स्थापना के 11 वर्ष भी पूरे कर रही है ।
माइक्रो फाइनेंस एसोसिएशन ऑफ़ उत्तर प्रदेश की स्थापना 15 दिसंबर 2013 को हुई थी माइक्रो फाइनेंस संस्थाएं भारतीय रिज़र्व बैंक से रजिस्टर्ड होती हैं तथा समाज के सबसे कमजोर वर्ग को उनके गृह स्थल पर रोजगारपरक ऋण उपलब्ध कराती हैं.

एसोसिएशन के साथ समान क्षेत्र कार्य करने वाली लगभग तीस संस्थाएं जुडी हुई हैं. एसोसिएशन अपने सदस्य संस्थाओं को स्वस्थ एवं पारदर्शी विधि से ग्राहकों को ऋण देने हेतु प्रोत्साहित करती है. साथ ही एसोसिएशन इस बात पर नज़र रखती है कि सभी संस्थाएं भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा प्रतिपादित नियमों का अक्षरशः पालन करती है. एसोसिएशन सदस्य संस्थाओं के लिए अनेक प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित करती है साथ ही ग्राहकों के लिए भी डिजिटल लिटरेसी तथा वित्तीय साक्षरता जैसे कार्यक्रम आयोजित करती रहती है ।
आज के कार्यक्रम में एसोसिएशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर सिन्हा सहित माइक्रो फाइनेंस कंपनियों सोनाटा फाइनेंस (कोटक) के  अनूप सिंह, भरत सिंह, श्री भार्गव सहित अनेक अधिकारीगण उपस्थित रहे ꓲ

Related Articles

Back to top button