दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के 7 प्रमुख सदस्यों के साथ हजारों सिखों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की

नई दिल्ली : दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा की अध्यक्षता में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय के कक्ष में आज पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा के संयोजन में आयोजित एक विशेष समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुघ ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के 7 प्रमुख युवा सदस्यों के साथ उनके हजारों सिख कार्यकर्ता साथियों को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई।
भाजपा नेताओ चुघ, मनजिंदर सिंह सिरसा एवं वीरेन्द्र सचदेवा ने मंचासीन गुरुद्वारा कमेटी सदस्यों सरदार जसमीन सिंह नोनी, सरदार हरजीत सिंह पप्पा, सरदार भूपेंद्र सिंह गिन्नी, सरदार रमणदीप सिंह थापड़, सरदार रमणजोत सिंह मीता, सरदार परविंदर सिंह लक्की एवं सरदार मंजीत सिंह ओलख को पार्टी का पटका पहना कर एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर भाजपा में स्वागत किया।
सिख नेताओं एवं हजारों कार्यकर्ताओं के द्वारा भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने उन सभी का अभिनंदन कर भाजपा परिवार में स्वागत किया।
प्रदेश उपाध्यक्ष योगिता सिंह द्वारा संचालित समारोह के आयोजन में प्रदेश मंत्री सरदार इम्प्रीत सिंह बख्शी, सिख प्रकोष्ठ संयोजक सरदार कुलविनद्र सिंह बंटी, प्रभारी डा. गुरमीत सिंह सूरा, कार्यालय मंत्री श्री बृजेश राय, सह कार्यालय मंत्री श्री अमित गुप्ता की प्रमुख भूमिका रही। प्रदेश महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाले सिख बंधुओं का पंजीकरण किया और पार्टी पटका पहना कर स्वागत किया।
भाजपा के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय एकता एवं समर्पण को मजबूत करने के लिए भाजपा में सम्मलित होने के लिये आपका आभार व्यक्त करती है और आप सभी का स्वागत करती है।
देश के लिए सिखों की कुर्बानी एवं बलिदान को सभी जानते हैं। देश में जितने भी आक्रमण हुए हैं उन सभी आक्रमणों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सिख हमेशा तैयार रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अकेले भाजपा ही ऐसी पार्टी है जिसने देश की एकता एवं अखंडता को बरकरार रखने के लिए काम किया है और आपके शामिल होने से इसे और मजबूती मिलेगी। सिख कौम के साथ राजनीति करने के लिए कई बड़े बडे वायदे किए गए और सिख समाज को प्रलोभन दिए गए लेकिन अगर सिख समाज के लिए किसी ने सबसे अधिक काम किया है तो देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है और यह सिर्फ कहने के बात नहीं बल्कि जमीनी हकीकत दिखती है।
नड्डा ने कहा कि नरेन्द्र मोदी लंबे समय के लिए पंजाब भाजपा के प्रभारी रहे थे इसलिए उन्हें इस बारे में जमीनी हकीकत पता है।
कई लोग लंबे समय तक देश के प्रधानमंत्री रहे लेकिन उन्होंने वह काम नहीं किया जो पीएम मोदी ने सिख समाज के लिए किया है।
लंगर पर कोई टैक्स नहीं लगेगा इस का फैसला भी मोदी सरकार ने किया है। करतार सिंह साहब कॉरिडोर का उदाहरण सबके सामने हैं जहां कभी माथा टेकना भी मुश्किल हो गया था और इसके लियें सिखों को 70 साल तक इंतजार करना पड़ा।
जगत प्रकाश नड्डा ने कहा की मोदी सरकार ने 1984 के दंगे पर एक एस.आई.टी. बैठाई गई और आज उसका परिणाम है कि उस दंगे के दोषी जेल के अंदर है। सिख कौम का योगदान और वीर बाल दिवस के माध्यम से उन त्यागों को पूरे देश में पहुंचाने का काम भी पीएम मोदी ने किया। ऐसे कई कार्य हैं जो प्रधानमंत्री जी के द्वारा किया गये हैं। सिख कौम की योगदान को पहचानना और उसे एक पहचान देने का काम सिर्फ भाजपा सरकार ही कर सकती है और मोदी सरकार के अंतर्गत यह संभव हो पाया है।
तरुण चुघ ने कहा कि वह दिन भूले नहीं जा सकते हैं जब नवम्बर 1984 में दिल्ली के अंदर सरकार प्रायोजित कत्ल किये गये। वह दिन आज भी याद है जब गुरुद्वारे के अंदर घुस कर दंगे को कांग्रेस नेता कमलनाथ लीड कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि देश 1984 से 2014 तक आ गया था लेकिन सिख दंगों के कातिलों का कुछ नही हुआ। जो पार्षद थे वह विधायक बन गए जो विधायक थे वह सांसद, मंत्री एवं मुख्यमंत्री बन गए। जगदीश टाइटलर जैसे लोगों को पिछली सरकार ने शरण दी।
जब 2014 में केन्द्र में मोदी सरकार आई तो उन्होंने एक कमेटी बनाई और फिर उस कमेटी के बाद कोर्ट में केस चला और आज सज्जन कुमार जैसे लोग जेल के अंदर हैं और जगदीश टाइटलर पर मुकदमा चल रहा है।
तरूण चुघ ने कहा कि जिस लाल किला से कभी केवल आदेश दिए जाते थे उसी लाल किले के मैदान में मोदी सरकार ने गुरुबानी पाठ करवाया। आज मोदी सरकार ने जातिवाद के खिलाफ लड़ाई जिसे सिखों ने शुरु किया था, उसे पूरा करने का काम किया है। इसके अलावा मोदी सरकार ने सिखों के लिए जो किया है, वह पिछली किसी सरकार ने नहीं किया।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सिखों के साथ जिस प्रकार से पिछली सरकारों ने कत्लेआम कराया और कईयों को जिंदा जला दिया और देश में पहली बार ऐसा हुआ था कि जैसे सिख कोई आतंकवादी हों।
उस वक्त के तत्कालिन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि हजारों सिखों का मरना तय था क्योंकि जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। उन्होंने कहा कि 1984 से 1997 तक पंजाब में आतंकवाद का एक दौर चला जब एक लाख से अधिक बेगुनाहों को मार दिया गया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस वह है जो सिखों का नरसंहार करती है लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी वह हैं जो सिखों से प्यार करते हैं। मोदी जी वह हैं जो सिख दंगों के कातिलों को जेल भेजते हैं जबकि कांग्रेस वह है जो सिख दंगों के कातिलों को मंत्री, मुख्यमंत्री बनाती है।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि जब जब समाज या देश पर संकट आया है तब तब इस सिख समाज ने आगे आकर समाज को बचाने का काम किया है। लाल किले पर फतह पाना बड़ा काम नहीं था लेकिन मुगलों की क्रुर शासन को हराना और मुगलों के सामने खड़ा होना बड़ा काम था और उसका जज्बा सिख समाज ने उठाया और जहां जहां जुल्म की आवाज उठती है वहां वहां सिख भाइयों का साथ मिलता है और ऐसे सिख भाईयों के गौरवशाली गाथाओं से हमारा इतिहास भरा हुआ है।
सचदेवा ने कहा कि हमने लगातार देखा है कि दिल्ली में जिस खूनी पंजे ने दिल्ली में सिख भाई बहनों का कत्लेआम किया था, आज वह हाथ में झाड़ू लिए घूम रहा है। इसलिए अब समय आ गया है कि इस चुनाव के जरीए हम हिसाब करेंगे। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव हिंदुस्तान की तस्वीर बदलने वाला है और दिल्ली के अंदर सातों सीटों को जीतना ही है क्योंकि 2024 का चुनाव भारत का भविष्य तय करेगा।