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पूर्वाेत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में 24 अप्रैल से 26 अप्रैल 2024 तक तीन दिवसीय द्वितीय ’संरक्षा महासम्मेलन’ का आयोजन

लखनऊ । पूर्वाेत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में 24 अप्रैल से 26 अप्रैल 2024 तक तीन दिवसीय द्वितीय ’संरक्षा महासम्मेलन’ का आयोजन किया जा रहा है।
इसी परिप्रेक्ष्य में मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय लखनऊ के ’बहुउददेशीय हाल’ में ’संरक्षा महासम्मेलन’ का शुभारम्भ पूर्वोत्तर रेलवे के अपर महाप्रबन्धक  डी. के. सिंह द्वारा मण्डल रेल प्रबन्धक  आदित्य कुमार एवं अपर मण्डल रेल प्रबन्धक(इंफ्रा)  राजीव कुमार एवं शाखाधिकारियों तथा रेल कर्मियों की उपस्थिति में किया गया।

कार्य के आरम्भ में वरिष्ठ मण्डल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री सत्यदेव पाठक द्वारा रचित ’संरक्षा सर्वोपरि’ शीर्षक के ’रेल संरक्षा गीत’ -Safety Anthem की प्रस्तुति मण्डल सांस्कृतिक टीम के कलाकारों द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी अधिकारियों एवं रेलकर्मियों ने संरक्षा गीत का वाचन किया।


इस अवसर पर अपने सम्बोधन में अपर महाप्रबन्धक श्री डी. के. सिंह ने कहा कि लखनऊ मण्डल का यह बहुत ही सार्थक कदम है। पूर्वोत्तर रेलवे हमेशा संरक्षा को उच्च प्राथमिकता देता है और हमें यात्रियों की सुरक्षा हेतु इसे बनाए रखना है। उन्होने कार्यक्रम में उपस्थित सभी रेलकर्मियों को निर्देश दिया कि वे संरक्षा नियमों को प्रभावित करने वाले किसी भी शॉर्ट-कट उपाय को न अपनाएं। संरक्षा सभी विभागों का सामूहिक दायित्व है अतः संरक्षा के प्रति सभी विभाग सजग रहे। जिससे रेल यात्रियों तथा रेल उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाऐं आसानी से उपलब्ध हो सकेगी।

यदि परिचालिनिक संचलन के दौरान टेªन/रेलपथ पर कोई तकनीकी व्यवधान होता है तो संरक्षा के दृष्टिगत अच्छी तरह से सुनिश्चित होने के पश्चात ही टेªनों का संचालन किया जाये। अपर महाप्रबन्धक  ने संरक्षा महासम्मेलन के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अन्य मण्डलों के लिए प्रेरणादायक बताया तथा इसके सफल आयोजन हेतु अपनी शुभकामनाऐं प्रदान की। इसके पश्चात अपर महाप्रबन्धक महोदय संरक्षा विभाग द्वारा संचालित नये ’यू-टयूब चैनल’ का शुभारम्भ रिमोट बटन दबाकर किया। अपर महाप्रबन्धक महोदय ने रेल कर्मियों द्वारा बनाये गये संरक्षा चित्रों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा संरक्षा स्लोगन, संरक्षा निबन्ध, बेस्ट सेफ्टी विडियों एवं पोस्टर मेंिकंग प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इसी क्रम में डा0 जगदीप वर्मा, सलाहकार ’एनेस्थेसियोलॉजिस्ट’ गहन चिकित्सा द्वारा ’सीपीआर’ पर प्रस्तुतीकरण किया गया। इंजीनियरिंग विभाग के द्वारा टैªक से संबंधित दुर्घटना एवं संरक्षा सुनिश्चिित करने हेतु अनुरक्षण में ध्यान देने योग्य विशेष कार्यवाही तथा कार्यस्थल पर अपनाई जाने वाली सावधानियॉ एवं बचाव, टीआरडी विभाग द्वारा ओ.एच.ई. पर कार्य करते समय तथा खण्ड में अनुरक्षण कार्य के दौरान बरती जाने वाली सावधानियॉं, वाणिज्य विभाग द्वारा लोडिंग/अनलोडिंग में बरती जाने वाली सावधानियॉ, रेलवे सुरक्षा बल विभाग द्वारा रेलवे सम्पत्ति की चोरी विशेष रूप से संरक्षा से संबधित (जैसे केबल व टैªक के सामान), विस्फोटक सामग्री की अफवाहें, लेखा विभाग द्वारा कर्मचारी कल्याण निधि एवं रेल कर्मियों को मिलने वाले विभिन्न वित्तीय लाभ से संबधित, समाडि विभाग द्वारा एआरटी/एआरएमई में उपलब्ध मशीनरी, उनके कार्य कार्य, सुविधाऐं और उनकी उपयोगिता, सिगनल एवं दूरसंचार विभाग के वक्ताआंे द्वारा ’तनाव प्रबन्धन’ विषय पर व्याख्यान दिया गया तथा इस अवसर पर आयोजित संरक्षा क्विज मंे रेल कर्मियों ने भाग लिया तथा अपना संरक्षा ज्ञान बढ़ाया ।


इससे पूर्व वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी डा0 शिल्पी कन्नौजिया ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि ’संरक्षा महासम्मेलन’ का उददेश्य है कि, समस्त कर्मचारियों द्वारा ’’संरक्षा ही सर्वोपरि है’’के सिद्धांत को अपने चेतन व अवचेतन मन में समाहित किया जाये। संरक्षा हमारे प्रत्येक रेलकर्मियों के जीवन का अभिन्न अंग बन जाये और उनके प्रतिदिन की कार्य शैली में समाहित हो जायें इसी उददेश्य हेतु संरक्षा महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस संरक्षा महासम्मेलन में कार्यशालाऐं, वरिष्ठ अधिकारियों तथा संरक्षा परामर्शदाताओं के संरक्षा विश्लेषण, नुक्कड़ नाटक, संरक्षा स्लोगन, संरक्षा क्विज, संरक्षा निबन्ध आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा। रेल कर्मचारी के व्यक्तित्व विकास के लिए स्टेªस मैनेजमेंट कार्यशाला, पर्सनल फाइनेंस कार्यशाला तथा ’फायर सेफ्टी’ कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा। इसके अतिरिक्त संरक्षा सम्मेलन में ’मॉक’ दुघर्टना जॉच प्रक्रिया की प्रतियोगिता के साथ साथ अन्य संरक्षा विषयों का प्रस्तुतिकरण किया जायेगा, जिसमें दुघर्टनारोधी उपायों और तकनीक से संबंधित संरक्षा वीडियों प्रदर्शित किये जायेगें।


अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (इंफ्रा0) श्री राजीव कुमार ने कहा कि हमें संरक्षा को अपने जीवन की दिनचर्या तथा कार्यशैली में शामिल करना होगा। टीम वर्क से संरक्षा और मजबूत होती है। इस महासम्मेलन की विशेषता यह थी कि यह आयोजन पारस्परिक चर्चा एवं सहभागिता पर आधारित था। उन्होने कहा कि संरक्षा महासम्मेलन में संरक्षा इंजीनियरिंग, समाडि, टीआरडी, परिचालन, विद्युत, कार्मिक, लेखा, वाणिज्य, सुरक्षा एवं चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञों द्वारा दिये गये व्याख्यान से भाग लेने वाले रेलकर्मियों को संरक्षा ज्ञान प्राप्त होगा। जिससे डियूटी के दौरान रेल कर्मचारियों को अनुशासन, कर्मठता, सजगता एवं तत्परता संरक्षा के नियमों से लाभ प्राप्त होगा।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए सहायक संरक्षा अधिकारी श्री संजय श्रीवास्तव ने ’संरक्षा महासम्मेलन’ में होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की। इस अवसर पर संरक्षा महासम्मेलन में आयोजित कार्यक्रमों का सजीव प्रसारण यू-टयूब चैनल के माध्यम से किया जा रहा है।

 

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