लखनऊ. राष्ट्रीय कथक संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम ’आज़ादी के अमृत महोत्सव‘ के अंतर्गत ‘‘स्वतंत्रता सप्ताह’’ ‘हर घर तिरंगा अभियान’ जिसमें भारत की अखण्डता, अनेकता में एकता एवं राष्ट्रीय समभाव की भावना को दर्शाने वाली ‘मेंहदी प्रतियोगिता’ एवं नृत्य प्रस्तुतियां की गई,
जिसमें ‘मेंहदी प्रतियोगिता’ में प्रथम- ज्योति वर्मा, द्वितीय- अत्रांशी सिंह, तृतीय- पूजा गुप्ता एवं सांत्वना पुरस्कार- सर्वज्ञा सिंह बालिकाएं विजेता हुई ।
इसके पष्चात् ‘ओजस्विनी’ नृत्य प्रस्तुति के अंतर्गत पारम्परिक कथक के माध्यम से वीर शहीदों को सलामी दी गयी। इसके पश्चात् आमद, तोडे़, तुकडे़, परन आदि के साथ तराने को प्रस्तुत किया गया। श्रृंखला की अगली कड़ी में युद्ध में जाते हुए वीर जो विजय के लिए माँ भवानी की उपासना कर रहें इसको नृत्य के माध्यम से दर्शाया गया।
इसके उपरान्त राष्ट्र के गौरव मराठा वीर शिरोमणी छत्रपति शिवाजी महाराज पर आधारित एक नृत्य नाट्य प्रस्तुत किया गया। श्रृंखला की अगली कड़ी में देश भक्ति गीत ’’ये देश मेरी जान ये अभिमान है मेरा‘‘ को कथक की मोहक गतियों से प्रस्तुत किया गया। ’’सारे जहाँ से अच्छा‘‘ गीत पर कथक नृत्य से प्रस्तुति का समापन किया गया।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं में संस्कृति, मान्या, मिशा, सानवी, अराध्या, वान्या, अमोली, वैशाली, अरना, प्रिया, अद्विका, सौम्यता, अहाना इत्यादि थे. नृत्य सहयोग- हुमा साहू का था.
परिकल्पना, अवधारणा एंव मार्गदर्शनः श्रीमती सरिता श्रीवास्तव की थी. आयोजक राष्ट्रीय कथक संस्थान संस्कृति विभाग, उ.प्र.था.