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भ्रष्टाचारियों से स्काउट गाइड संस्था को मुक्त कराने को चरणबद्व संघर्ष किए जाने की घोषणा

                 चेरिश टाइम्स न्यूज़
लखनऊ : उ.प्र. भारत स्काउट और गाइड के प्रादेशिक अध्यक्ष एवं पूर्व जल शक्ति मंत्री डा. महेन्द्र सिंह द्वारा प्रादेशिक संस्था के अनियमित निर्णयों पर रोक लगाने, प्रादेशिक कार्यकारिणी की तत्काल बैठक बुलाए जाने तथा स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इन्डिया में करोड़ों रूपये के फर्जीवाड़ा के आरोपी प्रादेशिक आयुक्त राजेश मिश्र के विरूद्व जांच एवं आख्या प्रस्तुत किय जानें सम्बन्धी आदेशों पर प्रादेशिक मुख्यायुक्त डा. प्रभात कुमार द्वारा लगभग दो सप्ताह बाद भी कोई कार्यवाही न किए जाने से नाराज संघर्ष समिति नें भ्रष्टाचारियों से स्काउट गाइड संस्था को मुक्त कराओं अभियान को सफल बनानें के लिए चरणबद्व संघर्ष किए जाने की घोषणा की है।

संघर्ष के पहले चरण में उ.प्र. भारत स्काउट और गाइड के संस्क्षक महामाहिम राज्यपाल, स्काउट/गाइड को वित्तीय सहायता प्रदान करने वाले राज्य सरकार के मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, माध्यमिक षिक्षा राज्यमंत्री मा0 गुलाब देवी, अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक षिक्षा) आराधना षुक्ला एवं निदेशक, भारत स्काउट और गाइड राष्ट्रीय मुख्यालय, नई दिल्ली को ज्ञापन प्रेषित कर जांच और कार्यवाही की मांग की जाएगी। इसके पश्चात प्रदेश के सभी जनपदों के स्काउट/गाइड से जुड़े पदाधिकारियों की वर्चुअल मीटिंग कर संघर्ष के अगले चरणों की रूप रेखा निर्धारित की जाएगी।
संघर्ष समिति के संयोजक एवं प्रादेशिक उपाध्यक्ष डा. आर.पी. मिश्र, सहायक प्रादेशिक आयुक्त डा. जे. पी मिश्र, सहायक प्रादेशिक आयुक्त संतोष कुमार दीक्षित, लीडर ट्रेनर प्रतिनिधि लक्ष्मी कान्त शुक्ल, सहायक प्रादेशिक आयुक्त टी0पी0 सिंह ने आज क्वीस इण्टर कालेज, लखनऊ में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि उ.प्र. भारत स्काउट और गाइड की स्थापना 07 नवम्बर, 1950 को छात्रों के व्यक्तित्व विकास के लिए की गई थी और जनवरी 2019 तक सफल भी रही किन्तु जनवरी, 2019 में भारतीय प्रशासनिक सेवा के कार्यरत अधिकारी डा.
प्रभात कुमार के प्रादेशिक मुख्यायुक्त बनते ही संस्था का मुख्य उद्देश्य व्यवसायिक हो गया है तथा संस्था के संसाधनों का उपयोग निजी स्वार्थ पूर्ति में होने लगा है।
संघर्ष समिति ने बताया कि स्काउट/गाइड संस्था को एक करोड़ का अनुदान शासन से प्राप्त हो रहा है तथा छात्रों से विद्यालय में लिए गए शुल्क से लगभग दो करोड़ से अधिक की प्राप्ति होती है। उक्त धन छात्रों के प्रशिक्षण पर न खर्च करके उन मदों में व्यय की जा रही है जिसका स्काउटिंग से कोई सम्बन्ध नही है।
संघर्ष समिति ने बताया कि प्रादेशिक मुख्यायुक्त डा. प्रभात कुमार द्वारा छात्रों से लिए जाने वाले शुल्क का दुरूप्रयोग किया जा रहा है। मुख्यायुक्त डा. प्रभात कुमार द्वारा बिना कार्यकारिणी की स्वीकृति लिए निजी उपयोग के लिए लगभग 25 लाख की कार खरीदी गई और निजी आवास नाऐडा से लखनऊ आने-जाने, लखनऊ में निवास, ड्राइवर एवं डीजल आदि पर लगभग 40 हजार रूपये प्रतिमाह व्यय किया जा रहा है। पूर्व में इस प्रकार का व्यय किसी भी मुख्यायुक्त द्वारा नही किया गया है।*
*संघर्ष समिति ने बताया कि प्रादेशिक मुख्यायुक्त डा0 प्रभात कुमार वर्तमान में स्काउट/गाइड संस्था के भृष्ट अधिकारियों विशेषतया गम्भीर भृष्टाचार के आरोपी प्रादेशिक आयुक्त राजेष मिश्र की सलाह पर मनमाने निर्णय ले रहे है। प्रादेशिक आयुक्त राजेश मिश्र ने स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इन्डिया के सचिव रहते हुए करोड़ो रूपये का फजीवाड़ा किया है, जिसमें इनके विरूद्व पुलिस में एफ0आई0आर0 भी दर्ज हो चुकी है।*
*संघर्ष समिति ने बताया कि उ0प्र0 भारत स्काउट और गाइड को कैन्टोमेन्ट बोर्ड, प्रयागराज में 90 वर्ष की लीज पर भूमि इस प्रतिबंध के साथ आवंटित की थी कि उसका व्यवसायिक उपयोग नही किया जाएगा तथा केवल शैक्षिक एवं स्काउट/गाइड गतिविधियों उपयोग में लाया जाएगा। यदि व्यवसायिक उपयोग होता है तो स्वतः लीज निरस्त मानी जाएगी और सम्प्रत्ति केन्टोमेन्ट बोर्ड को वापस हो जाएगी।भारत स्काउट और गाइड इण्टर कालेज, प्रयागराज में स्काउट/गाइड का प्रादेषिक प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित है। जिसमें छात्रों एवं शिक्षक/शि क्षिकाओं का प्रशिक्षण होता रहा है।
प्रादेशिक मुख्यायुक्त डा. प्रभात कुमार द्वारा स्काउट/गाइड प्रशिक्षण को रोककर प्रशिक्षण केन्द्र के भवन को अनियमित रूप से कौशल विकास योजना संचालित किऐ जाने के लिऐ किराये पर दे दिया गया है। जिससे स्काउट/गाइड की प्रषिक्षण की गतिविधिया संचालित नही हो पर रही हैं। इतना ही नही एक एएसओसी को कौशल विकास योजना में वार्डेन नियुक्त करया गया है तथा चुतर्थ श्रेणी कर्मचारियों एवं कार्यालय को भी कौशल विकास योजना से जोड़ दिया गया है। इन सभी का वेतन कौशल विकास योजना में कार्य करने के बाद भी स्काउट/गाइड संस्था से भुगतान किया जा रहा है।
भारत स्काउट और गाइड इण्टर कालेज, प्रयागराज की प्रबन्ध समिति का निर्वाचन गत अनेक वर्षां से नियमानुसार नही कराया गया। प्रादेशिक मुख्यायुक्त द्वारा प्रयागराज के षिक्षाधिकारियों से सांठ-गांठ कर मनमाने तरीके से प्रबन्धक की नियुक्ति कर दी गई है, जो अनियमित है।
*संघर्ष समिति ने बताया कि षीतला खेत, उत्तराखण्ड में उ0प्र0 भारत स्काउट और गाइड का प्रादेशिक प्रशिक्षण केन्द्र है उसका मुख्य रूप से व्यवसायिक उपयोग करने के लिए लगभग 6 करोड़ रूपये व्यय किए जा रहे है। संज्ञान में आया है कि जिस भूमि एवं भवन पर करोड़ो रूपये व्यय किए जा रहें है उस भूमि एवं भवन का मालिकाना हक प्रादेशिक संस्था का नही है।*
*संघर्ष समिति ने बताया कि बिना कार्यकारिणी की अनुमति लिए प्रादेशिक मुख्यायुक्त डा0 प्रभात कुमार द्वारा कक्षा 3 से 12 तक के छात्र एवं छात्राओं से ज्ञान प्रतियोगिता के नाम पर रू 100/- की जबरिया वसूली कराई गई। जबकि कक्षा 1 से 8 तक निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था है और छात्रों से अवैध वसूली दण्डनीय अपराध है। छात्रों से रू0 100/- की वसूली गई धनराषि वापस कराई जाए तथा अवैध वसूली करने वालों के विरूद्व दण्डात्मक कार्यवाही की जाये।
संघर्ष समिति ने बताया कि 24 नवम्बर, 2019 के पश्चात प्रादेशिक स्तर पर आजीवन सदस्य बनाने का अधिकार न होते हुए भी रूपया 5,000/- लेकर जबरिया आजीवन सदस्य बनाया जा रहा है।

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