लखनऊ। गोविन्द हरे गोपाल हरे, जय जय प्रभु दीन दयाल हरे जैसे प्रभु नाम संकीर्तन के साथ डालीगंज के माधव मन्दिर में रविवार को भागवत कथा का शुभारम्भ हुआ। कथा की महिमा का गुणगान करते हुये कथा व्यास आचार्य लालता प्रसाद ने कहा कि भागवत कथा भगवान की नही बल्कि भक्तों की कथा है।
उन्होंने कहा कि महाभारत में भगवान कृष्ण अर्जुन की सहायता करने के लिए उनके सारथी बने तो रामायण में शबरी की कुटिया जाकर उसको दर्शन ही नही उसे नवधा भक्ति का ज्ञान दिया है। यह सब भक्ति का ही प्रभाव है। इसी लिए जहां सच्चा भक्त होता है वहां भगवान पीछे रहते हैं। उसकी जरुरत पड़ने पर ही आगे आकर उसकी सहायता करते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग संसार के चक्कर में पड़े रहते है वह ज्यादातर दुखी ही रहते है क्योंकि संसार में आगे दुख है और ईश्वर के सुख में सुख सदैव बढ़ता रहता है। इस मौके भारत भूषण गुप्ता,अनुराग साहू, बिहारी लाल साहू, गोविन्द साहू, माया आनंद, ओमकार जयसवाल, राकेश साहू, सुशील समेत बड़ी संख्या में श्रोता मौजूद रहे।