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भजन, गजल के साथ कथक से वीरों को नमन किया
राष्ट्रीय कथक संस्थान की ओर से कैफ़ी आज़मी अकादमी में आयोजित हुआ कार्यक्रम

चेरिश टाइम्स न्यूज़
लखनऊ। राष्ट्रीय कथक संस्थान ने बुधवार को कथक संध्या सजाई। कैफी आजमी अकादमी में सरिता श्रीवास्तव और संगीत विदुषी प्रो. कमला श्रीवास्तव की मौजूदगी में कलाकारों ने नृत्य से लोगों को आनन्दित किया। एक तरफ शास्त्रीय नृत्य की महफिल, दूसरी ओर गजल, भजन और सूफी गीतों की प्रस्तुति ने शाम को खुशनुमा बना दिया।

कार्यक्रम की प्रथम प्रस्तुति में कथक की बाल कलाकार अंशिका त्यागी ने एकल कथक नृत्य प्रस्तुत किया। जिसमें उन्होंने शक्तिस्वरूपा मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों को पारम्परिक कथक के अन्र्तगत थाट, टुकड़े, परन, उपज आदि के साथ प्रस्तुति किया।
इसके बाद मां सरस्वती की स्तुति प्रस्तुत की। अगले चरण में ताल धमार, 14 मात्रा प्रस्तुत किया गया। जयपुर घराने की तीव्रगति, मोहकता, उत्कृष्ट सांगीतिक संयोजन एवं कथक प्रस्तुति धमार प्रशंसनीय रही।
आजादी के अमृत महोत्सव को मनाते हुए देश के वीर शहीदों एवं सपूतों को गीत वन्देमातरम को कथक नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। अन्तिम कड़ी में पद्मा गिडवानी ने भक्ति गीत, किसने बजाई बांसुरिया…, आप हैं महेरबां शुक्रिया…, ए री सखी मोरे पिया घर आये… प्रस्तुत किया। हारमोनियम पर चन्द्रेश, तबले पर सत्यम शिवम सिंह और सिन्थसाइजर पर निर्मल पाल व साइड रिदम पर सोनी त्रिपाठी की संगत में उपासना श्रीवास्तव, कीर्ति, मोनिका, संजीवनी, अत्रांषी, जान्हवी, प्रचिता ने नृत्य किया।