चेरिश टाइम्स न्यूज़
कानपुर : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, रीजेंसी अस्पताल कानपुर के डॉक्टर ने सभी उम्र के लोगो को योग अपनी दिनचर्या में जोड़ने का अनुरोध किया । दिल की बीमारी से जुड़े कुछ रिस्क फैक्टर ऐसे है जिनको बदला नहीं जा सकता लेकिन कुछ कारण जैसे की अस्वस्थ खाना खाने की आदत, तनाव, एक्सरसाइज न करना – इनको बदला जा सकता है और दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है। योग एक ऐसा ही माध्यम है जो हमारे तन को ही नहीं बल्कि मन को भी स्वस्थ रखता है।
योग एक प्राचीन विज्ञान है जो अपने कई स्वास्थ्य लाभों के कारण दुनिया भर में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। योग के लाभकारी प्रभावों को अवसाद, तनाव, चिंता, गठिया, पीठ के दर्द, एलर्जी, अस्थमा, माइग्रेन, मधुमेह, हृदय रोग सहित कई रोगो का निवारक बताया गया है।
कुछ आसनों और प्राणायाम के दैनिक अभ्यास से आपके हृदय के स्वास्थ्य को बनाए रखने और हृदय संबंधी समस्या को रोकने में काफी मदद मिल सकती है। योग आसन न केवल एक उत्कृष्ट निवारक उपाय हैं बल्कि इसके उपचारात्मक लाभ भी हैं।
डॉ. प्रदीप सहगल, कंसलटेंट इंटरनल मेडिसिन एवं क्रिटिकल केयर, रीजेंसी कानपुर ने कहा, “कई अध्ययनों ने अच्छे हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में योग के अपार लाभों पर प्रकाश डाला है। योग रक्तचाप कम करने, कोलेस्ट्रॉल में सुधार करने और मधुमेह रोगियों का ब्लड शुगर लेवल कम करने में लाभदायक पाया गया है क्योंकि योग कई अन्य प्रकार के व्यायामों की तुलना में कम तनावपूर्ण है और इसे संशोधित करना आसान है, यह उन लोगों के लिए एकदम सही है जो व्यायाम से दूर रहते हैं या कमजोर हैं। यह कार्डियक रिहैबिलिटेशन के लिए अच्छा होता है और लोगों को हार्ट अटैक या हार्ट सर्जरी से उभरने में मदद कर सकता है।
सभी लोग यह सुनिश्चित करें कि योग आसनों का अभ्यास किसी प्रशिक्षित योग प्रशिक्षक की देखरेख में किया जाए जब तक कि आप उनमें कुशलता हासिल नहीं कर लेते। यदि आप पहले से मौजूद किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप अपने डॉक्टर और अपने योग शिक्षक को इस स्थिति के बारे में बताए और उन्हीं के बताए गए योग आसन करे।