चुनाव रिजल्ट से पहले अखिलेश यादव ने लिखा चुनाव आयोग को पत्र
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम दस मार्च को घोषित होंगे और इस बार मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच माना जा रहा है. वहीं चुनाव नतीजों से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से शिकायत की है. असल में अखिलेश यादव ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के वाराणसी दौरे के दौरान उनके साथ अभद्रता और मारपीट की शिकायत को लेकर चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि अभी तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. अखिलेश यादव ने इस मामले में तत्काल फैसला कर विरोध करने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
राज्य में चुनाव के बीच पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बर्जी बनारस पहुंची थी. जहां पर कई संगठनों ने ममता बनर्जी का विरोध किया. इस सिलसिले में 4 मार्च 2022 को सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर शिकायत की थी. इस पत्र में एसपी ने आरोप लगाया था कि ममता बनर्जी को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली है और उनके वाराणसी दौरे का कार्यक्रम को पुलिस अधिकारियों और जिला प्रशासन के पास भेजा गया था. लेकिन उनकी यात्रा के दौरान उनके साथ अभद्रता की गई. आरोप लगाया था कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ममता बनर्जी को 2 मार्च 2022 को एयरपोर्ट से दशाश्वमेध घाट पहुंचना था और रास्ते में बीजेपी समर्थकों समेत 50-60 लोगों ने उनका रास्ता रोक दिया.
यूपी सरकार ने नहीं मुहैया कराई सुरक्षा
अपने पत्र में समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया गया है कि पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के लिए पर्याप्त सुरक्षा नहीं दी गई है. वहीं बनारस में पुलिसकर्मियों के सामने ममता बनर्जी के खिलाफ करीब 30 मिनट तक लोग विरोध प्रदर्शन करते रहे. पार्टी ने आरोप लगाया है कि सब कुछ पूर्व नियोजित था. लिहाजा विरोध करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए.
ममता बनर्जी ने समाजवादी पार्टी को दिया है समर्थन
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए ममता बनर्जी ने समाजवादी पार्टी को समर्थन दिया था. उन्होंने लखनऊ में अखिलेश यादव के पक्ष में प्रेस कांफ्रेंस भी की थी और उन्होंने बाद वाराणसी में समाजवादी पार्टी के लिए रैली भी की थी. गौरतलब है कि राज्य में समाजवादी पार्टी ने टीएमसी के साथ गठबंधन किया था. वहीं पिछले साल बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने टीएमसी को अपना समर्थन दिया था. हालांकि एसपी चीफ ने टीएम के पक्ष में बंगाल में चुनाव प्रचार नहीं किया.