लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने किया सभी कार्यालयों का निरक्षण।
लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने आज किया सभी कार्यालयों का किया औचक निरीक्षण। विभिन्न विभागों में अनुपस्थित कार्मिकों की उपस्थिति पंजिका का किया अवलोकन। अनुपस्थित कार्मिकों को संभवतः विश्वविद्यालय प्रशासन जारी कर कर सकता है नोटिस। कई ट्रेड यूनियनों ने निजीकरण , बढ़ती मंहगाई के विरोध में , पुरानी पेंशन की बहाली के लिए दिनांक 28,9 मार्च को देश ब्यापी हड़ताल, आंदोलन की घोषणा किये जाने के कारण लखनऊ विश्वविद्यालय , लखनऊ के माननीय कुलपति, श्रीमान कुलसचिव ने आज विश्वविद्यालय परिसर के सभी विभागों का औचक निरीक्षण किया । कई विभागों में कर्मचारियों उपस्थिति पंजिका चेक की गई कई कर्मचारी निजी कारणों , आकस्मिक अवकाश पर थे। सभवतः अनुपस्थित कर्मचारियों को विश्वविद्यालय प्रशासन नोटिस जारी करेगा कि आज अनुपस्थित होने का कारण स्पष्ठ करें। विश्वविद्यालय परिसर में आज यह चर्चा का विषय रहा कि कुलपति जी , कुलसचिव जी जिस प्रकार कर्मचारियों की उपस्थिति चेक कर रहें है उसी प्रकार ऑनलाइन क्लासेज, ऑफ लाइन क्लासेज समय से लगती हैं कि नहीं , कितने वरिष्ठ शिक्षक परीक्षाओं में परीक्षा कक्ष में मिलते हैं। ज्यादातर परीक्षाओं मे वरिष्ठ शिक्षक नदारद रहते हैं । इससे पहले भी कोरोना काल में ब्याख्यान के नाम पर ऑन लाईन क्लास लगाई गई जिसका प्रमाणन विश्वविद्यालय प्रशासन के पास नहीं है। कर्मचारियों में यह भी चर्चा का विषय है सम्मानित दैनिक समाचार पत्रों मे अभी दो दिन पूर्व एक कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान हुई मृत्यु व परिसर में खड़ी एम्बुलेंस की खराब होने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी इसका भी कारण माना जा रहा है । बहरहाल कारण चाहे ट्रेड यूनियनों की देश ब्यापी हड़ताल हो या अन्य कोई कारण कर्मचारी वर्ग इस बात से नाराज है कि शिक्षकों को शिक्षण कार्यों से ज्यादा अपने कर्तव्य से अलग गैर शिक्षक कार्यों में प्रशासन ने लगा रक्खा है आखिर शिक्षकों के जीवन का मूल सिद्धांत क्या है? आखिर विश्वविद्यालय प्रशासन उनको क्यों नहीं औचक निरीक्षण कर रहा है। भवदीय, रिंकू राय, पूर्व अध्यक्ष, लखनऊ विश्वविद्यालय कर्मचारी परिषद ।