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सिनैप्स इंटरनेशनल आर्ट गैलरी ने देश के विभिन्न प्रतिष्ठित समकालीन कलाकारों की एक समूह चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया

(एक ब्रूनस्ट्रोक में हजारों मील की यात्रा)

लखनऊ |  सिनैप्स इंटरनेशनल आर्ट गैलरी ने द सेंट्रम होटल के सहयोग से देश के विभिन्न प्रतिष्ठित समकालीन कलाकारों की एक समूह चित्र प्रदर्शनी का सफल आयोजन किया।  प्रदर्शनी में हिस्सा लेने वाले कलाकार वडोदरा से, गुजरात से अरुणांशु चौधरी और महाराजा शर्मा, ओडिशा से संबित पांडा, दिल्ली से उमा शंकर पाठक और लखनऊ से राहुल राय और उर्मेंद्र प्रताप सिंह शामिल हैं।

प्रदर्शनी का उद्धाटन दीप प्रज्वलन एवं ई-कैटलॉग के विमोचन के साथ मुख्य अतिथि स्वतंत्र देव सिंह, सचिवालय मंत्री (जल शक्ति), उत्तर प्रदेश सरकार एवं विशिष्ट अतिथि पी. राजीवनयन, डीन, ललित कला एवं फॉर्मिंग आर्ट्स स्टूडियो, डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय द्वारा स्वागत किया गया।

प्रदर्शनी का उद्घाटन सोमवार, 22 दिसंबर 2025 को शाम 4:30 बजे हुआ और यह 5 जनवरी 2025 तक प्रतिदिन सुबह 11:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक आम जनता के लिए खुला रहेगा।

सिनैप्स इंटरनेशनल आर्ट गैलरी के संस्थापक एवं निर्देशक राकेश कुमार मौर्य ने मीडिया को प्रदर्शनी के संकल्पना और दृश्य विस्तार से प्रकाश डाला।  उधटन अवसर पर रोदर

उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में श्री सर्वेश गोयल, वास्तुकार शामिल थे।  नमित अग्रवाल, पद्म भूषण पुरस्कार विजेता पूर्णिमा वर्मन, पुनित श्रीवास्तव आर्किटेक्ट, डॉ. रतन कुमार – डीन आर्ट कॉलेज, अजय जयशवाल बिजनेस मैन, राजेंद्र मिश्रा – ललित कला अकादमी, वीआईपीन वेमरा, पूजा यादव, शिप्रा निषाद – इंटीरियर डिजाइनर और भगवती पंत, द सेंट्रम होटल के महाप्रबंधक।

कलाकारों की दृष्टि

अरुणांशु चौधरी ने अपनी रचनात्मक यात्रा की शुरुआत अपनी दादी के साथ आते की मूर्तियां बनाईं। उनकी माता, जो स्वयं एक कलाकार एवं शिक्षिका हैं, से प्रेरित होकर उन्होंने बचपन की चित्रकला से लेकर बड़ौदा में औपचारिक ललित कला शिक्षा तक का सफर तय किया। उनका कला विकास जलरंगों से होते हुए सशक्त ब्रशवर्क और अब बड़े आकार के मिश्रित माध्यम (मिक्स्ड मीडिया) कार्य तक पहुँचा है। उनकी कला उनके शहर के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक जीवन को दर्शाती है।

अमरनाथ शर्मा, जो एक छोटे से गाँव के बढ़ई परिवार से आते हैं, ने अपने दादा के माध्यम से लकड़ी से गहरा आत्मीय संबंध विकसित किया। उनके लिए लकड़ी जीवित है-हिंदू परंपरा, सततता और मानव कल्याण से गहराई से जुड़ी हुई। उनकी कृतियाँ कटी हुई लकड़ी के प्राकृतिक ढांचे को जीवन, अस्तित्व और मनुष्य-प्रकृति के अपूर्ण संबंध के रूपक के रूप में प्रस्तुत करती हैं।

संबित पांडा का कार्य बहुआयामी मूल्य, परम्परा और पारिस्थितिक संतुलन पर केंद्रित है। तीव्र शहरीकरण और उसके जीव-जगत पर पड़ने वाले प्रभावों के प्रति उनकी कला एक सशक्त प्रतिक्रिया है।  उनकी चर्चित श्रृंखला “फ्लाइज” में मानव उपस्थिति को पूरी तरह हटा दिया गया है, जो सह-अस्तित्व, पारिस्थितिक तंत्र और संतुलन की पूर्वी दार्शनिक अवधारणाओं पर एक प्रभावशाली संवाद रचती है।

उमा शंकर पाठक शहरी और ग्रामीण परिदृश्य को साथ लेकर एक किसान परिवेश से शहर की आकांक्षाओं तक की अपनी प्रवासी यात्रा को अभिव्यक्त करते हैं। “एक्सपेक्टिंग द एक्सपेक्टेशन” और “द ब्लैकस्ट एयर” जैसी कृतियाँ बचपन की स्मृतियों और समकालीन चिंताओं से प्रेरित हैं, जो प्रगति, प्रदूषण और अनियमित विकास की कीमत पर सवाल उठाती हैं।

उर्मेंद्र प्रताप सिंह एक अत्यंत सम्मानित कलाकार हैं, जिन्हें तीन राष्ट्रीय पुरस्कार, एक राज्य पुरस्कार, सीनियर एवं जूनियर फैलोशिप, एक शोध अनुदान तथा अनेक छात्रवृत्तियाँ प्राप्त हो चुकी हैं। उन्होंने कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनों में भाग लिया है, 20 से अधिक कलाकार विश्विद्यालयों में अध्यापन किया जाता है और साथ ही कानपुर और नोएडा के विश्विद्यालयों में भी अध्यापन किया जाता है।

राहुल राय का आक्रामक जीवन अत्यंत समृद्ध एवं प्रतिष्ठित है।  उन्हें ऑल इंडिया फाइन आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स सोसायटी से तीन राष्ट्रीय पुरस्कार, उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी से राज्य पुरस्कार, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग से सीनियर एवं जूनियर फेलोशिप और राष्ट्रीय ललित कला अकादमी से अनुसंधान अनुदान प्राप्त हुआ है।  उन्होंने भारत और पुरातत्व में व्यापक प्रदर्शनियाँ लीं, 20 से अधिक छात्रावासों में भाग लिया और छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय और नासिक विश्वविद्यालय में अध्यापन किया।

दर्शकों के लिए जानकारी

स्थलः सिनैप्स इंटरनेशनल आर्ट गैलरी, डी सेंट्रम होटल, लखनऊ

प्रदर्शनी अवधिः 22 दिसंबर 2025 5 जनवरी 2025

समयः प्रातः 11:00 बजे से सायं 7:00 बजे तक (सभी दिन)

यह प्रदर्शनी कला प्रेमियों, संग्रह सहयोगियों, छात्रों और आम जनता को एक ही छत के नीचे विभिन्न कला प्रदर्शनी के शानदार संगम का अनुभव करने के लिए आमंत्रित करती है।

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