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अंतरराष्ट्रीय जावा-येज़दी दिवस पर 6,000 राइडर्स ने क्लासिक भावना को रखा जीवंत

लखनऊ। भारत के कोने-कोने से राइडर्स ने मिलकर अंतरराष्ट्रीय जावा-येज़दी दिवस के तौर पर मनाया, जो क्लासिक मोटरसाइकिलों की दुनिया में कुछ खास मायने रखता है। मणिपुर की पहाड़ियों से सुबह-सुबह की राइड हो या कोच्चि की गलियों और कोंकण के समुद्रतटों पर शाम की सवारी, क्लासिक मोटरसाइकिल ब्रांड जावा और येज़दी के फैंस शानदार स्टाइल में, रेट्रो शैली में, गर्व से राइडिंग करते हुए दिखाई दिए। क्लासिक लिजेंड्स के चीफ बिजनेस ऑफिसर शरद अग्रवाल ने कहा, “युवा राइडर्स की यह बढ़ती रुचि इस बात को दर्शाती है कि क्लासिक मोटरसाइकलिंग उम्र या पुरानी यादों से नहीं, बल्कि चरित्र से जुड़ी है। क्लासिक और नियो-क्लासिक बाइक्स किसी गहरी बात को बयां करती हैं। वे एक अलग एहसास देती हैं और एक अलग अंदाज़ में चलती हैं, और आज की पीढ़ी इन्हें सिर्फ पुरानी चीज़ों के रूप में नहीं, बल्कि एक स्टाइल स्टेटमेंट के रूप में देखती है।“ फैंस द्वारा तय किया गया यह दिन अब एक उत्सव में बदल चुका है, और जावा येज़दी मोटरसाइकल्स को दो प्रतिष्ठित ब्रांड्स के राइडर समुदायों और डीलरशिप्स द्वारा संचालित सांस्कृतिक उत्साह का जश्न मनाने पर गर्व है। इस वर्ष 12 राज्यों, 20 शहरों, 18 राइडिंग समुदायों और जावा येज़दी मोटरसाइकिल्स की 120 डीलरशिप्स के 6,000 से अधिक राइडर्स ने भाग लिया। राजधानी दिल्ली के जावा येज़दी क्लब, उत्तर के हरियाणा जावा येज़दी क्लब और राजस्थान जावा येज़दी क्लब से लेकर दक्षिण के कन्याकुमारी जावा येज़दी क्लब, बीजेवाईएमसी बेंगलुरु, रिबॉर्न राइडर्स चेन्नई और स्मोकिंग बैरल्स त्रिवेंद्रम के राइडिंग समुदायों की इस दिन उत्साहपूर्ण उपस्थिति देखी गई। पूर्वोत्तर के जावा येज़दी मोटरसाइकिल क्लब मणिपुर, पश्चिम भारत के वाईजेओसी पश्चिमी महाराष्ट्र और जावा येज़दी क्लब पुणे, और मैंगलोर, नागरकोइल, पलक्कड़, वाराणसी, चंडीगढ़ और छत्तीसगढ़ के राइडिंग समुदायों के राइडर्स ने राइड्स में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई। यह दिन उन बाइक्स के लिए एक राष्ट्रव्यापी उत्सव बन गया, जो अपने टैंकों में कहानियाँ और अपने आइनों में यादें समेटे हुए हैं। इस साल की जबरदस्त भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि जावा और येज़दी मोटरसाइकिलों ने पीढ़ी-दर-पीढ़ी जुनून जगाने के साथ-साथ स्टील, सादगी और एक ईमानदार क्लासिक आत्मा की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए राइडर्स का प्रेम अर्जित किया है। 90 के दशक की क्लासिक क्रूज़र बाइकों पर हज़ारों किलोमीटर से ज़्यादा सफ़र तय कर चुके राइडर्स, आधुनिक जावा और येज़दी पर सवार होकर जेन-जेड बाइकर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे थे। नई पीढ़ी के राइडर्स गोप्रो और प्लेलिस्ट्स के साथ जबकि पुराने जमाने के राइडर्स टूलकिट और किस्सों के साथ, सभी जावा-येज़दी मोटरसाइकलिंग के प्रति अपने साझा प्रेम से एकजुट दिखाई दिए। जावा और येज़दी उन राइडर्स के लिए बनाई गई हैं जो अपनी अलग राह चुनते हैं, और जब उनमें से 6,000 से अधिक राइडर्स अपनी बाइक्स के लिए एक दिन मनाते हैं, तो क्लासिक लिजेंड्स इस अंतरराष्ट्रीय जावा-येज़दी दिवस पर गर्व से उन्हें सलाम करता है। हर साल प्रशंसकों द्वारा प्रेरित यह उत्सव और बड़ा होता जा रहा है। और हर साल, यह हमें याद दिलाता हैः क्लासिक्स कभी फीके नहीं पड़ते। वे आगे बढ़ते रहते हैं।

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