अहिल्याबाई होल्कर जन्म त्रिशताब्दी वर्ष के अंतर्गत कैंट विधानसभा में संगोष्ठी आयोजित

लखनऊ : अहिल्याबाई होल्कर जन्म त्रिशताब्दी वर्ष के अंतर्गत कैंट विधानसभा में संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, “रानी अहिल्याबाई का नाम भारत की संस्कृति में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। उन्होंने अपना पूरा जीवन सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति को समर्पित कर दिया।” उपमुख्यमंत्री पाठक ने कहा कि मुगलकालीन सत्ता के दौरान मुगलों ने हमारे मंदिरों को ध्वस्त करने का काम किया था। मालवांचल व इंदौर की शासक होने के बावजूद, उन्होंने देशभर में कश्मीर से कन्याकुमारी तक कई मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया और एक नए शासन मॉडल को लागू किया।
काशी विश्वनाथ मंदिर का जो आज भव्य रूप है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी जी ने काशी करीडोर का निर्माण कराया है उसके मूल रूप को सजाने का कार्य अहिल्याबाई होल्कर जी ने किया था। अयोध्या, केदारनाथ और मथुरा मंदिरों को भी पुर्नस्थापित करके हमारी धार्मिक संस्कृति को एक माला में पिरोने का का कार्य किया।
राजमाता अहिल्याबाई ने न्याय के लिए अपने पुत्र को मृत्युदंड दे दिया था उन्होंने नारी सशक्तिकरण के लिए भी अभूतपूर्व कार्य किए। जनहित में अनेकों नदियों के घाटों का पक्का निर्माण सहित कुओं और बावड़ियों का निर्माण कार्य भी कराया।
महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी ने रानी अहिल्याबाई के योगदान को गिनाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी और उत्तर प्रदेश सरकार उनके अतुल्यनीय योगदान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रही है।
मीडिया प्रभारी प्रवीण गर्ग ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, मानसिंह, पूर्व एमएलसी अरविंद त्रिपाठी गुड्डू , राकेश श्रीवास्तव, हरशरण लाल गुप्ता अशोक तिवारी, चेतन बिष्ट, विनायक पांडे, मंडल अध्यक्ष रूपा देवी, राजन वर्मा, मानस बाहरी सहित बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता उपस्थिति रही।