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नई दिल्ली में 24×7 जल आपूर्ति के प्रयासों में केजरीवाल सरकार बाधा : कुलजीत सिंह चहल

नई दिल्ली : कुलजीत सिंह चहल, उपाध्यक्ष, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी), ने नई दिल्ली क्षेत्र में 24×7 जल आपूर्ति सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है और कहा कि अरविंद केजरीवाल की दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) को कई अनुरोधों के बावजूद, एनडीएमसी को पर्याप्त जल आपूर्ति नहीं मिल पा रही है, जिससे 24×7 जल आपूर्ति सुनिश्चित करने में बाधा उत्पन्न हो रही है।

श्री चहल ने कहा, “NDMC ki आवश्यकता 225 एमएलडी है, लेकिन अरविंद केजरीवाल के प्रशासन के तहत दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) केवल 125 एमएलडी पानी उपलब्ध करा रहा है। सर्दियों में कम खपत के कारण यह स्थिति प्रबंधनीय है, लेकिन गर्मियों में हमें पर्याप्त जल आपूर्ति में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।”

श्री चहल ने जानकारी दी की नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) क्षेत्र में कुल 21,921 जल उपभोक्ता हैं, जिनमें 18,783 घरेलू और 3,031 वाणिज्यिक उपभोक्ता शामिल हैं। NDMC क्षेत्र में जल की वास्तविक आवश्यकता 225 MLD (मिलियन लीटर प्रति दिन) है, जबकि प्राप्त जल की कुल मात्रा केवल 125 MLD है। इस क्षेत्र में जल आपूर्ति के लिए कुल पाइपलाइन नेटवर्क की लंबाई 450 किमी है।

श्री चहल ने कहा की नई दिल्ली नगरपालिका परिषद क्षेत्र में संपूर्ण मात्रा में पाइप लाइन है और पानी का कोई रिसाव भी नहीं है फिर भी अरविंद केजरीवाल के कारण जलापूर्ति बाधित होती है l

उन्होंने आगे कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दृष्टिकोण और जल जीवन मिशन के तहत, एनडीएमसी 24×7 जल आपूर्ति पहल के पहले चरण पर कार्य कर रहा है। इस परियोजना में मोटर पंप सेट की स्थापना, डीआई जल पाइपलाइनों का बिछाव, और ग्रिड लाइनों की मरम्मत शामिल है, ताकि निर्बाध जल वितरण सुनिश्चित किया जा सके। *हर घर जल* पहल के तहत, एनडीएमसी ने 32 झुग्गी-झोंपड़ी क्लस्टर्स में लगभग 9,386 परिवारों को व्यक्तिगत पाइप जल कनेक्शन प्रदान करने की योजना बनाई है, जिससे लगभग 46,930 निवासियों को लाभ मिलेगा।

श्री चहल ने कहा कि गर्मी के मौसम में जल की कमी से निपटने के लिए, एनडीएमसी ने दो नए भूमिगत जल भंडारण इकाइयों के निर्माण का प्रस्ताव रखा है। ये सुविधाएं एनडीएमसी की जल भंडारण क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि करेंगी, जिससे उच्च मांग के समय में बेहतर आपूर्ति सुनिश्चित होगी।

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अरविंद केजरीवाल, नई दिल्ली का विधायक होते हुए भी, एनडीएमसी के सदस्य के रूप में अब तक शपथ नहीं ली है। उन्होंने केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा कि वह अपने क्षेत्र की समस्याओं को समझने या नई दिल्ली के नागरिकों के साथ संवाद करने में विफल रहे हैं।  श्री चहल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को कोई फर्क नहीं पड़ता कि पानी की आपूर्ति पूरी तरह मिलती है कि नहीं l

परिषद ने अपने कर्मचारियों की बेहतरी के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। माननीय गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के प्रयासों से 4,500 कर्मचारियों को नियमित किया गया था, जिससे उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। लेकिन दूसरी ओर, अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार के तहत, कई कर्मचारी अभी भी नियमित होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह स्थिति उनकी अनदेखी और प्रशासनिक उदासीनता को दर्शाती है।

श्री चहल ने कहा कि कर्मचारी किसी भी संस्था की रीढ़ होते हैं, और उन्हें स्थायित्व और सुरक्षा प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है। इन कर्मचारियों के नियमितीकरण से उनकी कार्यक्षमता और समर्पण में वृद्धि होती है और जिससे अंततः नगरपालिका  की सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होता है, परंतु अरविंद केजरीवाल पूर्व मुख्यमंत्री दिल्ली और नई दिल्ली के विधायक को इस बात से कोई लेना देना नहीं।

उन्होंने कहा कि केजरीवाल न केवल नई दिल्ली की समस्याओं की अनदेखी कर रहे हैं, बल्कि एनडीएमसी के कार्यों में भी बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। श्री चहल ने कहा कि 24×7 जल आपूर्ति जैसी अन्य कई परियोजनाएं हैं जो दिल्ली सरकार की असफल कार्यप्रणाली के कारण पूर्ण नहीं हो पाती और उसका हर जाना आम जनता को भुगतना पड़ता है।

उन्होंने केजरीवाल पर आरोप लगाया कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में कभी नहीं आते और न ही नागरिकों की समस्याओं को सुनते हैं। इसके अलावा, श्री चहल ने बताया कि 4,500 कर्मचारियों को नियमित करने में उन्होंने कोई भी भूमिका और उत्साह नहीं दिखाई जो उनकी प्रशासनिक उदासीनता को दर्शाता है। श्री चहल ने इस बात पर जोर दिया कि एनडीएमसी अपने कर्मचारियों और नागरिकों की बेहतरी के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन केजरीवाल की उदासीनता से कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।

श्री चहल ने कहा लेकिन अब समय आ गया है जो दोगलापन उन्होंने नई दिली विधायक होते हुए नई दिल्ली की जनता के साथ किया अब जनता अरविंद केजरीवाल को आने वाले विधानसभा चुनाव में सही जवाब देगी l

उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत 2047” के विजन का उद्देश्य भारत को एक विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाना है, जिसमें आर्थिक समृद्धि, आधुनिक बुनियादी ढांचा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं शामिल हैं। हालांकि, अरविंद केजरीवाल की नीतियों और उनके विकास योजनाओं में सहयोग की कमी इस विजन में बाधा उत्पन्न कर रही है, जिससे दिल्ली और दिल्लीवासियों के विकास कार्यों के मार्ग में बाधा उत्पन्न हो रही है l

 

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