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उद्यान मंत्री ने औद्यानिक विकास को गति प्रदान करने एवं संचालित कार्यक्रमों के ससमय क्रियान्वयन के लिए की समीक्षा बैठक

 

उद्यान मंत्री ने औद्यानिक विकास को गति प्रदान करने एवं संचालित कार्यक्रमों के ससमय क्रियान्वयन के लिए की समीक्षा बैठक

प्रत्येक किसान तक लाभ पहुंचाने हेतु हाईटेक नर्सरी का निर्माण कार्य यथाशीघ्र पूर्ण किया जाए

हापुड़, मिर्जापुर, गोरखपुर, मुरादाबाद, मेरठ एवं रायबरेली (सतांव) आदि क्षेत्रों में स्ट्राबेरी की खेती को बढ़ावा दिये दिये जाने के निर्देश

धार्मिक महत्व वाले स्थल यथा-वाराणसी, अयोध्या, मथुरा, प्रयागराज, सीतापुर आदि जनपदों में फूलों की खेती बढ़ाये जाने पर विशेष ध्यान दिया जाय

हापुड़ एवं कुशीनगर में सेन्टर आफ एक्सीलेन्स फार पोटैटो तथा सहारनपुर में सेन्टर आफ एक्सीलेन्स फार फ्रूट्स का निर्माण कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश

प्रदेश के एक्सप्रेस-वे के किनारे की भूमि पर वृक्षारोपण कराया जाय

विभिन्न योजनाओं में लक्षित कार्यक्रमों के सापेक्ष आवंटित धनराशि का उपयोग सर्वोच्च प्राथमिकता पर सुनिश्चित किया जाए

लखनऊ :

प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्री दिनेश प्रताप सिंह ने शुक्रवार को अपने मंत्री आवास से औद्यानिक विकास को गति प्रदान करने एवं संचालित कार्यक्रमों के ससमय क्रियान्वयन हेतु उद्यान अधिकारियों से वर्चुअल समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु कृषकों को अधिकाधिक लाभ पहुंचाते हुए निर्धारित लक्ष्यों के सापेक्ष शतप्रतिशत पूर्ति किये जाने के निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक किसान तक लाभ पहुंचाने हेतु हाईटेक नर्सरी का निर्माण कार्य यथाशीघ्र पूर्ण करते हुए पौध उत्पादन सुनिश्चित किया जाय।
उद्यान मंत्री ने कृषकों की आय वृद्धि तथा बागवानी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जनपद मिर्जापुर में सेन्टर आफ एक्सीलेन्स फार ड्रैगन फ्रूट का निर्माण यथाशीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। स्ट्राबेरी एक हाईवैल्यू औद्यानिक फसल है, जिसकी 01 हेक्टेयर क्षेत्र में खेती करने से किसान को 15 लाख रुपये से अधिक लाभ प्राप्त हो सकता है, इसको दृष्टिगत रखते हुए हापुड़, मिर्जापुर, गोरखपुर, मुरादाबाद, मेरठ एवं रायबरेली (सतांव) आदि क्षेत्रों में स्ट्राबेरी की खेती को बढ़ावा दिये दिये जाने के निर्देश दिये गये। धार्मिक महत्व वाले स्थल यथा-वाराणसी, अयोध्या, मथुरा, प्रयागराज, सीतापुर आदि जनपदों में फूलों की खेती बढ़ाये जाने पर विशेष ध्यान दिया जाय।

उद्यान मंत्री ने हापुड़ एवं कुशीनगर में सेन्टर आफ एक्सीलेन्स फार पोटैटो तथा सहारनपुर में सेन्टर आफ एक्सीलेन्स फार फ्रूट्स का निर्00

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