मीशा रतन, ज्योति किरन व अरुण डेविड ने सिखायी कथक संग अंग्रेजी
डेढ सौ बच्चों की कथक प्रस्तुति मीशा रतन संग
लखनऊ । गर्मी बढ़ते ही स्कूल भी बंद होने लगते बहुत लोग बदलाव के लिए शहर से बाहर चले जाते है, लेकिन जो कहीं नहीं जाते उनके लिए ग्रीष्मकालीन कार्यशाला ही माध्यम होती है अपने शौक को नयी राह देने की ।
प्रशिक्षकों के लिए भी एक चैलेंज होता है कम समय में बच्चों की इच्छाओं पर खरा उतरना। कुछ ऐसा ही किया फातिमा स्कूल मनकापुर गोण्डा के प्रधानाचार्य फादर मैरिनस होरो ने बच्चों को कुछ नया सिखाने की परिकल्पना को साकार करने मे रेजी रास के सहयोग से विधालय में कथक और अंग्रेजी सिखाने की कार्यशाला आयोजित की।
कथक नृत्य की प्रशिक्षण देने के लिए राष्ट्रीय स्तर की कथक नृत्यांगना मीशा रतन, ज्योति किरन रतन ने लखनऊ से आकर पांच सौ बच्चों को कथक प्रशिक्षण प्रदान किया, जिसमें डेढ़ सौ बच्चों ने समापन समारोह में शानदार प्रस्तुति दी। अंग्रेजी कार्यशाला में पश्चिम चंपारण बेतिया से आये अरुण कुमार डेविड ने शिक्षकों सहित दो सौ भी ज्यादा बच्चों को अंग्रेजी भाषा की त्रुटियां सुधारते हुए अंग्रेजी भाषा पर पकड़ मजबूत की जिसको बच्चों ने समापन अवसर पर हृदय से प्रस्तुत किया।
स्काउट गाइड जिला कमिश्नर ज्ञानेश कुमार गुप्ता ने समापन कार्यक्रम मे गोण्डा से आकार स्काउट गाइड के बच्चों का उत्साहवर्धन किया। नियमित कार्यशाला में आर्ट क्राफ्ट, खेल कूद, सिलाई-कढ़ाई, विज्ञान के नवीनतम माडल जिसमें बारिश का अलार्म, सोलर कुकर, सोलर पैनल प्रमुख बनाए। पर्यावरण संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी समझते हुए पेड पौधे भी रोपित करने की कला का प्रशिक्षण दिया गया।
प्रधानाचार्य फादर मैरिनस होरो ने सभी प्रशिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा की हम बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए ऐसी विभिन्न कल्याणकारी कार्यशालाओं का आयोजन करते रहेंगे। इसके लिए हमें बच्चों के साथ साथ अभिभावकों का सहयोग भी बहुत आवश्यक है।