उत्तर-प्रदेशनई दिल्लीबड़ी खबरलखनऊ

लगभग दो हजार तदर्थ शिक्षकों की शासन द्वारा सेवाएं समाप्त किए जाने के विरोध में धरना दिया

सभी शिक्षकों की सेवा बहाली की मांग

लखनऊ : प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में 25 वर्षाे से अधिक समय से कार्य कर रहे लगभग दो हजार तदर्थ शिक्षकों की शासन द्वारा सेवाएं समाप्त किए जाने के विरोध में तथा ऐसे सभी शिक्षकों की सेवा बहाली की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी, पूर्व एम0एल0सी0 की अध्यक्षता में शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) के पार्क रोड स्थित शिविर कार्यालय में सैकड़ों शिक्षिकाओं ने प्रातः 11 बजे से धरना दिया।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रादेशिक उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता डा. आर.पी. मिश्र ने बताया कि धरना के समापन अवसर पर सायं 3.30 बजे संगठन के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी एवं नेता शिक्षक दल धु्रव कुमार त्रिपाठी, एम0एल0सी ने मुख्यमंत्री को प्रेषित करने के लिए षिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डा. महेन्द्र देव को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन प्राप्त करने के पषश्चात शिक्षा निदेशक ने  मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करने के लिए आश्वस्त किया।

उन्होने कहा कि तदर्थ शिक्षकों के लिए वैकाल्पिक व्यवस्था की जा रही है तथा शिक्षकों की सेवा सुरक्षा सम्बन्धी धारा 21 का प्रस्ताव भी षासन को प्रेषित किया जा चुका है। शिक्षा निदेशक ने आश्वस्त किया कि किसी प्रकार से शिक्षको का अहित नही होने दिया जाएगा।
संगठन के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि दीपावली के पूर्व धनतेरस के दिन षासन ने शिक्षकों की सेवा समाप्ति सम्बन्धी शासनादेश निकालकर शिक्षकोे के घरों में अधेरा कर दिया। उनका यह निर्णय शिक्षकों के लिए मृत्युदण्ड के समान है। हम इसके विरूद्व संघर्ष करेगे और आवष्यक हुआ तो जेल भरो आन्दोलन शुरू किया जाएगा।
उ0प्र0 प्राथमिक शिक्षक संघ एवं शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डा. दिनेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि तदर्थ शिक्षकों की सेवा बहाली के लिए जो भी संघर्ष होगा प्राथमिक शिक्षक उसमें बराबर की भागीदारी करेगा। डा0 शर्मा ने जोर देकर कहा कि अगर सरकार का शिक्षक विरोधी रवैया नही बदला तो शिक्षक उनके विरूद्व बटन दबाने में गुरेज नही करेगा।*
*शिक्षक दल के नेता धु्रव कुमार त्रिपाठी, एम0एल0सी0 ने कहा कि सरकार अंहकारी हो गई है। उन्होने कहा कि आज विधान परिषद मं तदर्थ शिक्षकोे की सेवा बहाली का प्रकरण नियम 105 में उठाया था। यद्यपि सरकार ने उसे अग्राह्य कर दिया था किन्तु बहस के पश्चात सभापति ने हस्तक्षेप करते हुए सरकार को पुनर्विचार करने के निर्देश दिए।
धरने को प्रमुख रूप से अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी के अलावा उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ एवं शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डा. दिनेश चन्द्र षर्मा, नेता शिक्षक दल ध्रुव कुमार त्रिपाठी, पूर्व एम0एल0सी0, जगवीर किशोर जैन, हेम सिंह पुण्डीर, सुभाष चन्द्र शर्मा, पूर्व महांमत्री इन्द्रासन सिंह, पूर्व एम0एल0सी0 सुभाष चन्द्र षर्मा, संरक्षक महेश चन्द्र शर्मा, पूर्व एम0एल0सी, डा0 प्रमोद कुमार मिश्र आदि ने सम्बोधित किया।
धरने में प्राथमिक शिक्षक संघ के महामंत्री संजय सिंह, कोषाध्यक्ष शिव कुमार पाण्डेय, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राधा रमण त्रिपाठी के साथ प्रदेशीय कार्याकारिणी के पदाधिकारी एवं सदस्य, मण्डलीय अध्यक्ष एवं मंत्री, जिलाध्यक्ष एवं जिलामंत्री के अलावा भारी संख्या में शिक्षक एवं शिक्षिकाएं सम्मिलित हुए। धरने का संचालन महामंत्री नरेन्द्र कुमार वर्मा ने किया।

Cherish Times

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button