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‘ऋषि का सद्ज्ञान मनुष्य को नर से नारायण बना सकता है’’ : उमानंद शर्मा

गायत्री ज्ञान मंदिर का ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत 368वाँ युगऋषि ऋषि वाङ्मय स्थापित

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                  चेरिश टाइम्स न्यूज़
               लखनऊ. गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘शिव प्रताप संस्कृत महाविद्यालय चारबाग स्टेशन रोड़ छितावापुर लखनऊ’’ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 368वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट गायत्री मंदिर इन्दिरा नगर लखनऊ सक्रिय कार्यकर्ता श्री हंस जी सम्मानित पूर्वजों की स्मृति में भेंट किया। श्रीमती ऊषा सिंह ने छात्र छात्राओं एवं शिक्षिक शिक्षिकाओं को अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ‘‘ऋषि का सद्ज्ञान मनुष्य को नर से नारायण बना सकता है’’ डॉ. नरेन्द्र देव ने निरोगी जीवन जीने के ऋषि सूत्र दिये, श्रीमती ऊषा सिंह ने भी अपने विचार रखे, तथा प्राचार्य डॉ. विनोद मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापन व्यक्त किया।
इस अवसर पर के संस्थान के संस्थान के प्राचार्य डॉ. विनोद मिश्रा, गायत्री परिवार के उमानन्द शर्मा, डॉ. नरेन्द्र, हंस जी, प्राचार्य डॉ. विनोद मिश्रा, श्रीमती ऊषा सिंह के अतिरिक्त छात्र छात्रायें शिक्षिक-शिक्षिकायें एवं अधिकारीगण मौजूद थे।

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