आईएएस अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी: मुख्यमंत्री
- प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी से की मुलाकात
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बुधवार को यहां लोक भवन में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2020 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आईएएस अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं। विकास कार्यों के क्रियान्वयन में इन अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी सदैव सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ कार्य करें। उनके लिए यह सकारात्मक दृष्टिकोण न केवल सेवाकाल में, बल्कि जीवन में भी उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी संवाद के माध्यम से जनता की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों का लाभ जनता तक पहुंचे, इसके लिए जरूरी है कि अधिकारी तमाम विषयों और मुद्दों से भली-भांति परिचित हों। उन्हें अपने दायित्वों का भली प्रकार निर्वहन करने के लिए परिश्रमी और तेजी से फैसले लेने में भी सक्षम होना चाहिए। साथ ही, मामलों का निस्तारण पारदर्शी तथा समयबद्ध ढंग से किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुशासन के लक्ष्य की पूर्ति के लिए सुदृढ़ कानून व्यवस्था आवश्यक है। इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने विगत पांच वर्षों में कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए उल्लेखनीय कार्य किये हैं। प्रदेश में कायम अमन चैन के माहौल ने विकास गतिविधियों को नई ऊंचाइयां प्रदान की हैं। प्रदेश में सभी पर्व एवं त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से मनाये जा रहे हैं। कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में प्रशासनिक अधिकारियों की प्रभावी भूमिका होती है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। अब हमें बेहतर प्रबन्धन से आत्मनिर्भर गांव की दिशा में आगे बढ़ना होगा। ग्राम पंचायतें अपने संसाधनों के बेहतर प्रबन्धन एवं जन सहभागिता से अपने राजस्व को बढ़ाकर विभिन्न विकास कार्य सम्पादित कर सकती है। मुख्यमंत्री नवनियुक्त अधिकारियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी के महानिदेशक एल वेंकटेश्वर लू, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्य सचिव से भारतीय विदेश सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र से बुधवार को लोक भवन स्थित उनके कार्यालय में 2020 बैच के भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुये कहा कि अन्तर-राष्ट्रीय परिदृश्य में भारत की भूमिका का विस्तार हो रहा है। कोविड-19 महामारी जैसी चुनौती का न केवल भारत ने सामना किया, बल्कि देश आत्मनिर्भर भारत के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि आज भारत देश मेट्रो का निर्माण ही नहीं कर रहा है, बल्कि अन्य देशों को निर्यात भी कर रहा है। चाहे स्वच्छ भारत मिशन, स्मार्ट मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सभी को आवास, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया हो या तेज गति के रेलवे नेटवर्क का निर्माण हो विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व कार्य हो रहे हैं।
मिश्र ने कहा कि इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में भी अवस्थापना सुविधायें सुदृढ़ होने के कारण देश-विदेश से लोग प्रदेश में निवेश के लिये आकर्षिक हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। मुख्य सचिव ने सभी प्रशिक्षु अधिकारियों को शुभकामनायें देते हुये कहा कि उन्हें राष्ट्र की सेवा करने और विश्व स्तर पर राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ है, जिसे वह पूरी ईमानदारी से आगे बढ़ायें। प्रशिक्षु अधिकारियों में अपाला मिश्रा, सदफ चौधरी, गरिमा नौटियाल, दिव्या अखौरी, सृष्टि, अभिषेक कटियार एवं आशीष कुमार वर्मा शामिल थे।