महिला पुनर्जीवित होकर बंटी- बबली का खेल रही खेल
लखनऊ।
जो महिला वर्ष 2014 में मृत घोषित की गई और उसका डेथ सर्टिफिकेट भी जारी किया गया अब वही महिला पुनर्जीवित होकर अपने पति के साथ मिलकर राजधानी लखनऊ में बंटी- बबली का खेल खेल रही है । एक सिंडिकेट बनाकर फर्जी तरीके से लोगों पर मुकदमे करवा रही है। पुलिस को गुमराह करके लोगों से ठगी करना वह रंगदारी मांगना इन बंटी- बबली का आए दिन का कार्य हो गया है।
आज राजधानी के हजरतगंज में आयोजित एक प्रेस वार्ता में इन बंटी- बबली से पीड़ित थाना कृष्णानगर निवासी आदित्य दीक्षित ने इन पति-पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। श्री दीक्षित का कहना है कि सूर्यमुखी मिश्रा, पत्नी-प्रभाकर मिश्रा की मौत 2014 में हो गई जिसका डेथ सर्टिफिकेट भी जारी किया गया है, तो वह पुनर्जीवित कैसे हो गई और फिर सूर्यमुखी मिश्रा ने मुझ पर वर्ष 2022 में झूठा मुकदमा कैसे कर दिया । यदि वह जीवित है तो 2014 का उनका डेथ सर्टिफिकेट जो जारी हुआ वह फर्जी साबित हुआ। इतना ही नहीं सूर्यमुखी मिश्रा के जीवित होने की दशा में वह महिला कौन हो सकती है जिसका 2014 में अंतिम संस्कार प्रभाकर मिश्रा ने किया और सूर्यमुखी मिश्रा के नाम से डेथ सर्टिफिकेट जारी करवाया । पीड़ित श्री दीक्षित का आरोप है कि इन पति-पत्नी ने मिलकर पहले मुझ पर फर्जी तरीके से मुकदमा करवाया फिर समझौते के नाम पर अब 50 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं और धमकी दी है कि सीधे तरीके से मेरी बात मान लो अन्यथा जान से हाथ धो बैठोगे। आदित्य दीक्षित ने यह भी आरोप लगाया कि कृष्णानगर पुलिस को गुमराह करके यह पति- पत्नी अपने सिंडीकेट के सदस्य जितेंद्र पाठक व कनक पाठक आदि के साथ ठगी करने व रंगदारी वसूलने का कार्य कर रहे हैं और साथ में यह धमकी भी दे रहे हैं कि मेरे राजनेताओं व मंत्रियों से अच्छे संबंध है मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता है। यदि पुलिस के उच्चाधिकारी इन बंटी- बबली के सिंडिकेट की जांच करवाएं तो पूरे मामले का पर्दाफाश हो जाएगा।