उत्तर-प्रदेश

नियुक्ति की मांग पर अड़े 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी

लखनऊ। प्रदेश में 69 हजार शिक्षक भर्ती में हुई आरक्षण की विसंगति में संशोधन के बाद चयनित 6800 आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी बीते 26 मार्च से नियुक्ति की मांग को लेकर इको गार्डन पार्क में धरने पर बैठे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है की अधिकारियों की लापरवाही से उन्हें नियुक्ति नहीं मिल सकी। इसलिए जब तक उन्हें नियुक्ति नहीं मिल जाती वह धरने पर डटे रहेंगे। धरने पर बैठे वीरेंद्र यादव ने बताया की बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा 69 हजार शिक्षक भर्ती का आयोजन किया गया था, जिसमें आरक्षण की विसंगतियों के कारण आरक्षित वर्ग के कई सारे अभ्यर्थी चयन पाने से वंचित रह गए थे।

चयनित अभ्यर्थी न्याय पाने के लिए राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग तथा राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग में याचिका दाखिल की जिसमें लंबे समय तक सुनवाई के बाद यह बात तथ्यों के साथ प्रमाणित हो गया की 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण की विसंगति हुई है, जिस को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपने आदेश में बेसिक शिक्षा परिषद को इन विसंगतियों को सुधारते हुए 6800 अतिरिक्त पदों पर नई सूची जारी करने का आदेश दिया। इस आदेश के बाद बेसिक शिक्षा परिषद ने लगभग 6800 अभ्यर्थियों की नई सूची जारी की, जिसमें केवल आरक्षित वर्ग के ही अभ्यर्थी शामिल हुए।

इन अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द नियुक्ति देने का भी आदेश दिया गया, लेकिन कई माह बीत जाने के बाद भी अभी तक हम अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं हो पाई है। अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके परिवारों पर रोजी रोटी का संकट रोज गहराता जा रहा है। क्योंकि वह सब अभ्यर्थी पिछड़े वर्ग और दलित वर्ग से आते हैं जो सामाजिक रुप से भी पिछड़े हुए हैं, हम सभी अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति के लिए लगातार अधिकारियों के पास जाते रहे, पर अभी तक हम सबको न्याय नहीं मिला। अभ्यर्थियों ने सरकार से मांग किया कि सभी चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान किया जाय।

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