उत्तर-प्रदेश

कृषि अनुसंधान व शिक्षा प्रसार के लिए कृषि अनुसंधान परिषद नामित हुआ नोडल एजेंसी

[tta_listen_btn listen_text="खबर सुनें" pause_text="Pause" resume_text="Resume" replay_text="Replay" start_text="Start" stop_text="Stop"]

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री, सूर्य प्रताप शाही के निर्देश पर प्रदेश में कृषि अनुसंधान, शिक्षा तथा प्रसार कार्याें के सफल संचालन हेतु उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद को नोडल एजेंसी नामित किया गया है। अपर मुख्य सचिव कृषि, डॉ0 देवेश चतुर्वेदी द्वारा इस सम्बन्ध में आवश्यक आदेश निर्गत कर दिये गये हैं।

अपर मुख्य सचिव कृषि की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा नोडल एजेंसी के रूप में कृषि विश्वविद्यालयों को परियोजना व योजनाओं हेतु जारी बजट तथा कृषि विज्ञान केन्द्रों (केवीके) के प्रगति मानक तैयार कर केवीके के कार्यों का अनुश्रवण किया जायेगा। कृषि विश्वविद्यालय में रिक्त पदों पर भर्ती का अनुश्रवण भी परिषद द्वारा किया जायेगा।

जारी शासनादेश के अनुसार कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा इसके अतिरिक्त कृषक प्रशिक्षण, प्राकृतिक खेती में योगदान, बीज उत्पादन, विविधीकरण, अवस्थापना का उपयोग तथा प्रत्येक केन्द्रों की कार्ययोजना को अंतिम रूप दिये जाने के आधार पर कृषि विज्ञान केन्द्रों का मूल्यांकन भी किया जायेगा। साथ ही कृषि विश्वविद्यालय के विधिक वादों तथा न्यायालय के आदेशों का समय से अनुपालन सुनिश्चित किये जाने सम्बन्धी कार्याें का भी अनुश्रवण कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा किया जायेगा।

Related Articles

Back to top button