आजम खान के इस्तीफे से रामपुर में फिर चढ़ेगा सियासी पारा, उपचुनाव में सपा के सामने सीट बचाए रखने की चुनौती
उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक बार फिर उप चुनाव होगा। दसवीं बार शहर विधायक चुने गए मोहम्मद आजम खां ने लोकसभा की सदस्यता से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है। अब लोकसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव में सपा के सामने अपनी सीट बचाए रखने की चुनौती होगी। यूपी विधानसभा चुनाव में शहर सीट से समाजवादी पार्टी ने इस दफा पार्टी के कद्दावर नेता एवं सांसद आजम खां को चुनावी मैदान में उतारा था।
दस मार्च को परिणाम आए तो दसवीं बार आजम खां को जनता ने फिर शहर विधायक चुन लिया। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिदंदी भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना को 54 हजार वोटों से हरा दिया। आजम खां की इस जीत के बाद यह तय हो गया था कि रामपुर में एक बार फिर उप चुनाव होगा। मंगलवार को आजम खां के लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के बाद यह भी तय हो गया कि अबकी उप चुनाव विस सीट पर नहीं बल्कि, लोकसभा सीट पर होगा।
2019 में भी हुआ था उप चुनाव
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी रामपुर में उपचुनाव हुए थे। समाजवादी पार्टी ने 2017 में शहर से विधायक बने आजम खां को पार्टी ने 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रत्याशी बनाया था। आजम खां ने लोकसभा चुनाव जीत लिया। इस जीत के बाद उन्होंने शहर विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 2019 में ही शहर सीट पर उपचुनाव हुआ। इस उप चुनाव में आजम खां की पत्नी डा.तंजीन फात्मा को सपा ने प्रत्याशी बनाया। डा.तंजीन फात्मा चुनाव जीत गई थीं। आजम अभी लोकसभा सदस्य हैं और अब विधायक भी बन गए।