मतगणना से पहले चुनाव आयोग अलर्ट, थ्री-लेयर सिक्योरिटी में रखे गए EVM, राजनीतिक पार्टियों को दिया गया सीरियल नंबर
उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं. गुरुवार को वोटों की गिनती होनी है. इसके लिए हर राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. गुरुवार यानी 10 मार्च को होने वाली मतगणना से पहले चुनाव आयोग ने कहा कि 130 पुलिस पर्यवेक्षक और 10 विशेष पर्यवेक्षकों की चुनाव आयोग के प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्ति की गई है. EVM को 24 घंटे सीसीटीवी की निगरानी में थ्री-लेयर सुरक्षा में रखा गया है. हरेक EVM के सीरियल नंबर राजनीतिक पार्टियों के साथ शेयर किए गए हैं.
चुनाव आयोग ने कहा, EVM से जुड़ी कुछ अफवाहें फैलाई गईं, जो पूरी तरह से गलत है. इस मामले में कार्रवाई की गई है. आयोग ने CEO यूपी को ऐसे अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त चंद्र भूषण कुमार (Chandra Bhushan Kumar) ने कहा कि चुनाव आयोग ने किसी भी प्रकार के प्रोटोकॉल के उल्लंघन के खिलाफ कार्रवाई की है. आयोग ने वाराणसी के ADM नलिनी कांत सिंह को सस्पेंड कर दिया है. नलिनी ईवीएम के नोडल प्रभारी थे. दरअसल, विपक्ष ने EVM के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है.
समाजवादी पार्टी ने लगाया था EVM से छेड़छाड़ा का आरोप
दरअसल, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को गलत तरीके से वाराणसी में EVM ट्रांसपोर्ट के आरोप लगाए थे. इसके बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्ट्रांग रूम के बाहर अपनी निगरानी को बढ़ा दिया था. समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक अधिकारी का वीडियो क्लिप अपलोड किया गया. इस वीडियो में पार्टी ने दावा किया कि मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को ले जाते समय प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया था. हालांकि, 45 सेकेंड के वीडियो में अधिकारी ने ईवीएम से छेड़छाड़ की संभावना से भी इनकार किया और कहा कि थ्री लेयर सिक्योरिटी है, उसे भेदा नहीं जा सकता.
मतगणना के लिए तैनात किए गए 50 हजार कर्मचारी
वहीं, पांच राज्यों में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के बाद अब वहां मतगणना होगी जिसके लिए 50,000 से अधिक अधिकारियों को तैनात किया गया है. लगभग 1,200 मतगणना हॉल बनाए गए हैं जहां EVM से परिणाम दर्ज किए जाएंगे. उत्तर प्रदेश में विधानसभा की सबसे ज्यादा 403 सीट हैं. यहां सबसे ज्यादा 750 मतगणना हॉल बनाए गए हैं. इसके बाद पंजाब में इनकी संख्या 200 है. प्रक्रिया की निगरानी के लिए पांच राज्यों में 650 से अधिक मतगणना पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं. महामारी को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने मतगणना के दिन के लिए अलग से दिशा-निर्देश जारी किए थे.