शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की मुश्किलें बढ़ीं, AAP सरकार ने ड्रग्स केस की जांच SIT को सौंपी
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के कुछ दिनों बाद राज्य पुलिस ने पूर्व कैबिनेट मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ ड्रग्स मामले में आरोपों की जांच के लिए एक नई विशेष जांच टीम का गठन किया है. ड्रग मामले की जांच के लिए सहायक पुलिस महानिरीक्षक (एआईजी) एस राहुल की अध्यक्षता में चार सदस्यों वाली एक नई एसआईटी टीम का गठन किया गया है.
रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए पंजाब राज्य के पुलिस प्रमुख वीरेश कुमार भवरा ने कहा कि शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से जुड़े एक ड्रग मामले की जांच के लिए एआईजी एस राहुल की अध्यक्षता में चार सदस्यों वाली एक नई एसआईटी टीम बनाई गई है. उन्होंने कहा कि ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के वरिष्ठ अधिकारी जांच की निगरानी करेंगे. 8 मार्च को मोहाली जिला अदालत ने ड्रग्स मामले में मजीठिया की न्यायिक हिरासत 22 मार्च तक बढ़ा दी थी.
अदालत ने 24 फरवरी को मजीठिया को 8 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. शिअद नेता ने अदालत में आत्मसमर्पण किया था और पिछले साल दिसंबर में उनके खिलाफ दर्ज एक ड्रग मामले में नियमित जमानत के लिए आवेदन किया था. राज्य में एक ड्रग रैकेट में उसकी कथित संलिप्तता के आरोपों पर मजीठिया पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने 24 जनवरी को मजीठिया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मजीठिया को 23 फरवरी तक गिरफ्तारी से सुरक्षा प्रदान की थी.
कौन हैं बिक्रम सिंह मजीठिया
बिक्रम मजीठिया शिरोमणि अकाली दल या एसएडी के नेता हैं और 2022 के विधानसभा चुनाव में अमृतसर पूर्व सीट से उम्मीदवार रहे. मजीठिया का जन्म 1 मार्च 1975 को दिल्ली में हुआ. मजीठिया अपना पेशा सामाजिक सेवा बताते हैं. मजीठिया 2007, 2012 और फिर 2017 में पंजाब विधानसभा के लिए चुने गए. वो जल आपूर्ति और स्वच्छता, सूचना और जनसंपर्क, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, राजस्व, जनसंपर्क, एनआरआई मामलों और गैर-पारंपरिक ऊर्जा के कैबिनेट मंत्री रहे. युवा अकाली दल के अध्यक्ष रहे.