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पांचवें चरण में बीएसपी ने आजमाया सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला, ब्राह्मणों पर खेला दांव

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बहुजन समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले को फिर से राज्य में लागू कर रही है. बीएसपी अपनी रणनीति के तहत दलित-ब्राह्मण और मुस्लिम को टिकट दे रही है. वहीं पांचवें चरण में बीसएपी ने सबसे ज्यादा ब्राह्मणों को टिक दिए हैं. असल में वेस्ट यूपी में सबसे ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवार उतारने वाली बीएसपी ने पांचवें चरण में सबसे ज्यादा ब्राह्मणों पर दांव खेला है. बीएसपी ने 61 उम्मीदवारों में से 21 ब्राह्मणों को टिकट दिए हैं जबकि इस सूची में 15 अनुसूचित जाति के प्रत्याशियों के साथ ही नौ मुस्लिमों को टिकट दिया है.

सोमवार को बीएसपी ने पांचवें चरण के लिए 61 प्रत्याशियों का ऐलान किया. वहीं बीएसपी ने प्रयागराज की सिराथू सीट पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ संतोष कुमार त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है. जबकि पिछड़ा वर्ग के रवि प्रकाश मौर्य अयोध्या सीट से चुनाव लड़ेंगे. वहीं पार्टी ने प्रतापगढ़ की कुंडा सीट पर बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह के खिलाफ मुस्लिम प्रत्याशी मोहम्मद फहीम को मैदान में उतारा है. मायावती ने सोमवार को पांचवें चरण की सभी 61 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की और इस लिस्ट में सात महिलाओं को भी टिकट दिए गए हैं.

बीएसपी ने सबसे ज्यादा ब्राह्मणों को दिए टिकट

अपनी पांचवीं लिस्ट में बीएसपी ने सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले को लागू किया है और इस लिस्ट में 34 फीसटी टिकट ब्राह्मणों को दिए हैं. जबकि नौ उम्मीदवार मुस्लिम बनाए गए हैं. अभी तक बीएसपी ने 292 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. इमसें 72 मुस्लिमों को टिकट दिए गए हैं. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में बीएसपी और ज्यादा ब्राह्मणों को टिकट दे सकती है क्योंकि छठे और सातवें चरण में चुनाव पूर्वी उत्तर प्रदेश में होने हैं.

सातवें और आठवें चरण के लिए होनी प्रत्याशियों की घोषणा

फिलहाल बीएसपी ने राज्य में एसपी-आरएलडी गठबंधन, कांग्रेस और बीजेपी के प्रत्याशियों के जातीय समीकरण को देखते हुए टिकट दिए हैं. वहीं बताया जा रहा है कि जिन सीटों पर पार्टी ने प्रत्याशियों का ऐलान किया है. उनमें से कुछ सीटों पर प्रत्याशियों को बदला जा सकता है. क्योंकि इससे पहले पार्टी पहले और दूसरे चरण में कुछ प्रत्याशियों को बदल चुकी है. बीएसपी को अब छठे और सातवें चरण के लिए सिर्फ 111 उम्मीदवारों की घोषणा करनी है.

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