उत्तर-प्रदेश

वैदिक परम्परा से हुआ हिन्दू नववर्ष का स्वागत

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  • चौक चौराहे पर हुआ नवसंवत्सर का आयोजन

लखनऊ। राजधानी के पुराने शहर चौक में वैदिक परम्परा से नव संवत्सर का स्वागत किया गया। जिसमें उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, अवध प्रान्त प्रचारक कौशल किशोर, मेयर संयुक्ता भाटिया, विधायक नीरज बोरा प्रमुख रूप शामिल हुए। समारोह का आयोजन चौक समन्वय समिति की ओर से हुआ।

चैत्र मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को नव वर्ष आगमन पर दीप प्रज्वलित कर कार्य कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसके बाद गायत्री परिवार की ओर से दीप यज्ञ, भजन संध्या, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। मंच पर वेदपाठी बच्चों ने स्वस्तिवाचन और सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इस अवसर पर प्रांत प्रचारक कौशल किशोर ने कहा कि भारतीय नव वर्ष का यह दिन इसलिए विशेष है कि सृष्टि की रचना भगवान ब्रह्मा द्वारा इसी दिन हुई थी और भगवान श्री राम का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ था। इसी दिन हम सब शक्ति की उपासना नवदुर्गा के प्रथम दिवस नवरात्र शुभारम्भ करते हैं तथा महाराज विक्रमादित्य द्वारा इस भारतीय कैलेंडर को आरम्भ किया गया था।

कार्यक्रम संयोजक अभिषेक खरे ने कहा चैत्र शुक्ला प्रतिपदा का नववर्ष हम सब को धूमधाम से मनाना चाहिए। सनातन संस्कृति पूर्ण रूप से वैज्ञानिक है तथा यही हमारा भारतीय नववर्ष है। पातालपुरी हनुमान जी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ विवेक तागड़ी ने कहा कि वर्तमान में बच्चों को माता पिता द्वारा सनातन संस्कार प्रदान करने की नितांत आवश्यकता है। संचार क्रांति टेक्नोलॉजी के युग में भारतीय सभ्यता युवा पीढ़ी भूलती जा रही है। नव वर्ष आयोजन में प्रमुख रूप से डॉ राजकुमार वर्मा, पंकज अग्रवाल, विनोद माहेश्वरी, आदिश जैन, संजय रस्तोगी, विमर्श रस्तोगी, सामाजिक कार्यकर्ता अनुराग साहू, व्यापारी अध्यक्ष मनीष गुप्ता सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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