‘कांग्रेस का हाथ – देशद्रोहियों का साथ’..

विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता विहिप
दिल्ली को दंगों की आग में झोंकने वाले जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद को बेकसूर बताकर कांग्रेस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि ‘कांग्रेस का हाथ – देशद्रोहियों का साथ’..।
कौन नहीं जानता कि यह वही खालिद है जो जवाहरलाल नेहरू विश्व विद्यालय में अपनी गैंग के साथ ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशा अल्लाह इंशा अल्लाह’ जैसे देश द्रोही नारे लगाकर भारत को खंड-खंड करने के दिवास्वप्न देख रहा था। किसे नहीं पता कि फरवरी 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली में आम आदमी पार्टी के पार्षद और अन्य अनेक इस्लामिक जिहादियों द्वारा षडयंत्र पूर्वक किए गए हमलों में दो पुलिस अधिकारियों के साथ दर्जनों हिंदुओं की हत्या कर दी गई थी।
फिर भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, संसद तथा पूर्व महा सचिव व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को ये जिहादी हमलावर ठीक उस समय बेकसूर नजर आ रहा है जब दिल्ली का न्यायालय उसे सजा सुनाने ही वाला है। उस पर सुनवाई पूरी कर ली गई है।
इस बयान के माध्यम से न सिर्फ पार्टी की जिहादी तुष्टिकरण की नीति का पर्दाफाश हुआ है अपितु पार्टी द्वारा न्यायालय में लंबित मामलों में अनुचित दबाव की सोची समझी चाल भी उजागर हुई है। न्यायालय के निर्णय से पहले कांग्रेस ने अपना निर्णय सुना दिया है।
हालांकि यह कोई नई बात नहीं है। दिग्विजय सिंह हमेशा आतंकवादियों को जी, बेचारा , बेकसूर और मासूम कहकर बुलाने वाली उस पार्टी के नेता हैं जिसकी पूर्व अध्यक्षा को तो किसी आतंकी के मारे जाने पर रात को नींद भी नहीं आती थी।
पार्टी को शर्म करनी चाहिए…



